ये महिला बनी सरपंच, मनरेगा श्रमिक के तौर पर कर रही थीं कार्य

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Update: 2021-09-08 11:21 GMT

राजस्थान के 6 जिलों में पंचायत चुनाव खत्म हो चुके हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिले जोधपुर में 21 पंचायतों में सत्तारुढ़ कांग्रेस ने 12 तो भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने 7 और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) ने 2 जगहों पर प्रधान बनाए हैं. जिले के चामू पंचायत समिति में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से गुड्डी प्रधान बनी हैं जो पहले मनरेगा में लेबर थीं. प्रधान बनने से पहले गुड्डी चामू में मनरेगा श्रमिक के तौर पर काम कर रही थीं. गुड्डी मूलत पीलवा की रहने वाली हैं. गुड्डी की शादी चामू निवासी शंकराराम के साथ हुई और एक लड़का भी है.

BJP के समर्थन से बनीं प्रधान

गुड्डी ने चामू पंचायत समिति के वार्ड नंबर 6 से 242 वोटों से जीत दर्ज की है. गुड्डी ने मनरेगा में श्रमिक के तौर पर 2019 से जुलाई 2021 तक काम कर रही थीं. चामू पंचायत समिति के 15 सदस्यों में से बीजेपी के 5, कांग्रेस के 5 और आरएलपी के 5-5 सदस्य जीते तो गुड्डी को बीजेपी ने अपना समर्थन देकर प्रधान बना दिया. गुड्डी साक्षर हैं जबकि उनके पति शंकराराम का कहना है कि मैं भी मनरेगा में काम कर रहा था लेकिन अब खेती कर रहा हूं. पंचायत चुनाव में जोधपुर जिले के 21 पंचायतों में से आरएलपी के चामू और बावड़ी में प्रधान बने हैं. राजस्थान सरकार ने चामू को नई पंचायत बनाया है. जोधपुर में पंचायत चुनाव में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का वोट बैंक बढ़ रहा है. जिले में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से बावड़ी से अनिता खोजा प्रधान चुनी गई हैं. इस तरह जिले में 2 पंचायत समितियों में आरएलपी ने प्रधान बनाए है, लेकिन जिले के ओसियां पंचायत समिति में आरएलपी के समर्थन से बीजेपी की बदन कंवर प्रधान चुनी गई है. 

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