तरनतारन। पंजाब सरकार द्वारा राज्य में बिगड़े स्वास्थ्य ढांचे को सही करने व मरीजों की समस्याओं को देखते हुए जहां करीब 200 से अधिक नए डाक्टरों की भर्ती की गई है। वहीं सरहदी जिला (जो डाक्टरों की करीब 60 प्रतिशत से अधिक कमी के कारण खुद बीमार चल रहा है) को सिर्फ 10 डाक्टर दिए गए हैं। जिले के लिए अलर्ट किए इन डाक्टरों की संख्या को देखकर लोग 'मुंह में जीरा' की कहावत को याद कर रहे हैं। सरहदी जिला तरनतारन में पिछले कई सालों से मैडिकल अधिकारियों व स्पैशलिस्ट डाक्टरों के 50 प्रतिशत पद खाली चल रहे हैं। मरीजों को बेसबरी से खाली पद भरने का इंतजार है।
गौरतलब है कि भारत-पाकिस्तान सरहद नजदीक स्थित कस्बा खेमकरण व सुरसिंह में लंबे समय से 1 भी डाक्टर ड्यूटी पर तैनात नहीं है। भारत-पाकिस्तान सरहद के साथ लगते जिले में स्थित सरकारी अस्पतालों व स्वास्थ्य केंद्रों को पिछले लंबे समय से विशेष बीमारियों संबंधित माहिर डाक्टरों का इंतजार है। इसी तरह सरकारी अस्पतालों में बच्चों के माहिर, एनस्थीसिया, आंखों के सर्जन, मानसिक रोगों के माहिर, रोडियोलॉजिस्ट, मैडीसन, ई.एन.टी., पैथोलोजिस्ट, गाइनोकोलॉजिस्ट, जर्नल सर्जन संबंधित 69 में से 36 पद खाली हैं। सरकारी अस्पताल तरनतारन में 5, सिविल अस्पताल पट्टी में 7, सरकारी अस्पताल खडूर साहिब में 8, खेमकरण में 5, सी.एच.सी. सुरसिंह में 5, सरहाली में 1, ब्रहमपुरा 1, हरीके 1, कैरों 1, नौशहरा पन्नूआं 1, कसेल में 1 माहिर डाक्टर का पद खाली पड़ा है।
जिला स्तरीय अस्पताल व स्वास्थ्य केंद्रों में इस समय मैडिकल अधिकारियों के कुल 100 में से 50 पद खाली हैं। सिविल अस्पताल तरनतारन में जनरल मैडिकल अधिकारियों के 9 पद खाली हैं। पट्टी में 5, खडूर साहिब में 2, मिनी पी.एच.सी. डालेके में 1, पी.एच.सी. राजोके में 1, सी.एच.सी. घर्याला में 4, सी.एच.सी. खेमकरण में 1, मिनी पी.एच.सी. वल्टोहा में 1, सी.एच.सी. कैरों में 2, सी.एच.सी. नौशहरा पन्नूआं 3, सी.एच.सी. मियांविंड 3, सी.एच.सी. ब्रहमपुरा 3, सी.एच.सी. सरहाली 2, डेहरा साहिब 2, सी.एच.सी. कसेल 2, मिनी पी.एच.सी. चोहला साहिब 1 पद खाली है। विधानसभा हलका तरनतारन के विधायक डा. कश्मीर सिंह सोहल ने कहा कि पुरानी सरकारों के समय स्वास्थ्य विभाग के बिगड़े ढांचे को जल्द सही करने व और डाक्टरों की तैनाती के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान से जल्द मुलाकात करते हुए मांग की जाएगी। मान सरकार लोगों के कल्याण के लिए अधिक से अधिक कदम उठा रही है।