संविधान दिवस पर विशेष बहस दोपहर 12 बजे शुरू होगी. इस बहस की शुरुआत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे. सूत्रों के मुताबिक, एनडीए के कई प्रमुख नेता जैसे एचडी कुमारस्वामी, श्रीकांत शिंदे, शांभवी चौधरी, राजकुमार सांगवान, जीतन राम मांझी, अनुप्रिया पटेल और राजीव रंजन सिंह भी इस चर्चा में हिस्सा लेंगे। संविधान के 75 वर्षों पर हो रही इस विशेष बहस का समापन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण से होगा. वह 14 दिसंबर को शाम में बहस पर सरकार का अंतिम जवाब देंगे. इस बहस को देश के लिए ऐतिहासिक बताया जा रहा है, जिसमें संविधान की यात्रा और वर्तमान समय में उसकी प्रासंगिकता पर चर्चा होगी।
सूत्रों ने जानकारी दी है कि कांग्रेस की ओर से प्रियंका गांधी और राहुल गांधी भी इस बहस में शामिल होंगे. हालांकि, दोनों के बोलने का समय कल सुबह तय किया जाएगा. उम्मीद है कि विपक्ष इस बहस के जरिए अपनी कई चिंताओं को सामने रखेगा. सूत्रों के अनुसार, एनडीए सरकार बहस के दौरान आपातकाल, विपक्ष द्वारा फैलाए जा रहे फर्जी आख्यान, संवैधानिक संशोधन और अन्य मुद्दों पर चर्चा करेगी. इस बहस में भारतीय जनता पार्टी के 12 से 15 नेता अपने विचार रखेंगे। लोकसभा में 14 दिसंबर को पीएम नरेंद्र मोदी तकरीबन 5 बजे संविधान पर हुई चर्चा पर जवाब देंगे।
इसके बाद 16 दिसंबर से राज्यसभा में संविधान पर चर्चा शुरू होगी. बताया जा रहा है कि इसकी
शुरुआत अमित शाह कर सकते हैं. इसके अलावा जेपी नड्डा भी संविधान पर चर्चा में अपने विचार रखेंगे। लोकसभा में 13 और 14 दिसंबर तथा राज्यसभा में 16 और 17 दिसंबर को संविधान पर होने वाली चर्चा में एनडीए की ओर से 18 वक्ता हिस्सा लेंगे. राजनाथ सिंह लोकसभा में चर्चा की शुरुआत करेंगे. इसके बाद एचडी कुमारस्वामी, श्रीकांत शिंदे, शांभवी चौधरी, राजकुमार सांगवान, जीतनराम मांझी, अनुप्रिया पटेल और राजीव रंजन सिंह जैसे नेता बोलेंगे और आपातकाल, विपक्ष के गलत नरैटिव की कहानी, कांग्रेस काल में किए गए संवैधानिक संशोधन के मुद्दों को उठाया जाएगा।