पेट्रोल पंप ऑपरेटर्स की अनिश्चितकालीन हड़ताल के बीच जयपुर में खुले हैं ये पेट्रोल पंप

Update: 2023-09-17 12:15 GMT
राजस्थान। आज 15 सितंबर, 2023 से अनिश्चितकालीन शुरू हुई पेट्रोल पम्पों की हड़ताल से जनता परेशान हो रही है। शहर के सभी पैट्रॉल पंप बंद हैं। लेकिन जयपुर शहर के कुछ पैट्रॉल पम्पों पर अभी भी पेट्रोल मिल रहा है। क्योंकि ये सभी पेट्रोल पंप कंपनी द्वारा संचालित है। जोकि हड़ताल का हिस्सा नहीं हैं। आपको बता दे कि राजस्थान में पेट्रोल पंप संचालकों ने 15 सितंबर, 2023 से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। इस हड़ताल का मुख्य कारण है राजस्थान सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर वसूले जाने वाले अधिक वैट। पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन का कहना है कि राजस्थान में पेट्रोल और डीजल पर वैट अन्य राज्यों की तुलना में अधिक है, जिससे आम जनता को भी नुकसान हो रहा है। राजस्थान में पेट्रोल और डीजल पर वैट अन्य राज्यों की तुलना में अधिक है। उदाहरण के लिए, 15 सितंबर, 2023 को, राजस्थान में पेट्रोल की कीमत 109.50 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 98.48 रुपये प्रति लीटर है। .
पड़ोसी राज्य हरियाणा में पेट्रोल की कीमत 97.25 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 89.98 रुपये प्रति लीटर है। इससे राजस्थान में पेट्रोल और डीजल की कीमतें अन्य राज्यों की तुलना में लगभग 10-12 रुपये प्रति लीटर अधिक हैं। कोरोना महामारी के दौरान राजस्थान सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर वैट बढ़ाया था, जिसे अब तक वापस नहीं किया गया है। पेट्रोल पंप संचालकों को सरकार से कई अन्य मांगें भी हैं, जैसे कि बकाया भुगतान का समय पर भुगतान, बिजली और पानी के बिलों में छूट, और लाइसेंस शुल्क में कमी। पेट्रोल पंप संचालकों की हड़ताल से राजस्थान में पेट्रोल और डीजल की आपूर्ति प्रभावित हो गई है। 15 सितंबर को, प्रदेश भर में लगभग 6712 पेट्रोल पंप बंद रहे। इससे आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हड़ताल के कारण पेट्रोल और डीजल की कीमतें भी बढ़ सकती हैं। क्योंकि, जब पेट्रोल पंप बंद होते हैं, तो बाजार में पेट्रोल और डीजल की उपलब्धता कम हो जाती है, जिससे कीमतों में वृद्धि हो सकती है। अगर राजस्थान सरकार पेट्रोल पंप संचालकों की मांगों पर विचार नहीं करती है, तो हड़ताल लंबी चल सकती है। इससे आम लोगों को और भी ज्यादा परेशानी हो सकती है। राजस्थान में पेट्रोल पंप संचालकों की हड़ताल एक गंभीर मुद्दा है। इस हड़ताल से आम लोगों को परेशानी हो रही है, और अगर यह लंबी चलती है, तो इससे आर्थिक नुकसान भी हो सकता है। राजस्थान सरकार को पेट्रोल पंप संचालकों की मांगों पर गंभीरता से विचार करना चाहिए और उन्हें समाधान प्रदान करना चाहिए।
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