दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में जनवरी 2020 में हुई हिंसा मामले में अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. ये जानकारी केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक सवाल के जवाब में संसद में दी है.
लोकसभा सांसद दयानिधि मारन ने 3 अगस्त को केंद्रीय गृह मंत्रालय से जेएनयू की घटना से जुड़ा सवाल पूछा था. मारन ने अपने सवाल में पूछा था कि जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के परिसर में जनवरी 2020 में हुई हिंसा की जांच के लिए क्या कदम उठाए गए हैं और इस मामले में दिल्ली पुलिस की जांच कहां तक पहुंची है?
इसके साथ ही ये सवाल भी किया गया था कि क्या इस मामले में अब तक किसी की गिरफ्तारी की गई है? इन दोनों ही सवालों का जवाब केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय की तरफ से दिया गया.
गृह मंत्रालय ने दिया ये जवाब
नित्यानंद राय ने अपने जवाब में बताया, ''दिल्ली पुलिस ने सूचित किया है कि जनवरी 2020 में जेएनयू परिसर में हुई हिंसा के संबंध में पुलिस स्टेशन वसंत कुंज में दर्ज तीन मामलों की जांच करने के लिए क्राइम ब्रांच की एक विशेष जांच टीम (SIT) गठित की गई है. की गई जांच में अन्य बातों के साथ-साथ गवाहों की जांच, फुटेज का संग्रहण एवं विश्लेषण और पहचाने गए संदिग्धों की जांच शामिल है.''
गृह राज्यमंत्री ने बताया कि दिल्ली पुलिस द्वारा दी गई सूचना के अनुसार, इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.
क्या है घटना?
5 जनवरी 2020 को जेएनयू कैंपस के अंदर स्टूडेंट्स और टीचर्स ने मिलकर एक मार्च का आयोजन किया था. इस दौरान यहां कुछ लोग आए और उन्होंने हमला बोल दिया. जेएनयू कैंपस के अंदर हिंसा हुई, तोड़फोड़ की गई. कुछ नकाबपोश लोगों की तस्वीरें सामने आई. कोमल शर्मा नाम की एक लड़की की तस्वीर भी सामने आई जिसे लेकर कहा गया कि वो एबीवीपी से जुड़ी है.
इस घटना के बाद वसंत कुंज थाने में एफआईआर दर्ज की गई. केस क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर किया गया लेकिन डेढ़ साल से ज्यादा का वक्त जाने के बाद भी मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.