ओम प्रकाश चौटाला का शव अंतिम दर्शन के लिए रखा गया

Update: 2024-12-21 04:16 GMT
चंडीगढ़: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) चीफ ओमप्रकाश चौटाला की शुक्रवार को 89 वर्ष की आयु में मृत्यु हो गई। उनका पार्थिव शरीर शनिवार को राज्य के सिरसा जिले के चौटाला गांव में लाया गया। यहां पहुंच कर उनके फार्म हाउस पर उनके पार्थिव शरीर को आम लोगों के लिए अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है। लोग सुबह 8 बजे से 2 बजे तक अंतिम दर्शन कर सकेंगे।
ओमप्रकाश चौटाला का अंतिम संस्कार 21 दिसंबर को उनके गांव तेजा खेड़ा फार्म में राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। इस दौरान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी समेत तमाम बड़े नेताओं के पहुंचने की संभावना है। प्रदेश सरकार ने इस अवसर पर तीन दिनों तक राजकीय शोक की घोषणा की है। इसके अलावा, 21 दिसंबर को पूरे राज्य में एक दिन का सार्वजनिक अवकाश रहेगा। साथ ही 20-22 दिसंबर तक प्रदेश में कोई सरकारी मनोरंजन कार्यक्रम नहीं होगा।
पीएम मोदी ने शुक्रवार को उनके देहांत की खबर पर दुख जाहिर किया था। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ''हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। प्रदेश की राजनीति में वे वर्षों तक सक्रिय रहे और चौधरी देवीलाल जी के कार्यों को आगे बढ़ाने का निरंतर प्रयास किया। शोक की इस घड़ी में उनके परिजनों और समर्थकों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। ''
वहीं हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने एक्स पर लिखा, "इनेलो सुप्रीमो एवं हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी ओमप्रकाश चौटाला का निधन अत्यंत दुःखद है। मेरी ओर से उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। उन्होंने प्रदेश और समाज की जीवनपर्यंत सेवा की।देश व हरियाणा प्रदेश की राजनीति के लिए यह अपूरणीय क्षति है। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान और शोकाकुल परिजनों को यह दुख सहने की शक्ति दें।"
ओमप्रकाश चौटाला का जन्म 1 जनवरी 1935 को हरियाणा के चौटाला गांव में हुआ था। ओमप्रकाश चौटाला पांच बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे थे। वह 2 दिसंबर 1989 को पहली बार सीएम बने थे और इस पद पर 22 मई 1990 तक रहे थे। जब तत्कालीन मुख्यमंत्री बनारसी दास गुप्ता को 60 दिन में ही पद से हटा दिया गया था, तब उन्होंने 12 जुलाई 1990 को दूसरी बार मुख्यमंत्री पद को शपथ ली थी। हालांकि, चौटाला को भी पांच दिन बाद ही पद से त्यागपत्र देना पड़ा था।
22 अप्रैल 1991 को तीसरी बार चौटाला ने सीएम पद संभाला। लेकिन दो हफ्ते बाद ही केंद्र सरकार ने प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगा दिया था। वह पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल के बड़े बेटे थे। आईएनएलडी प्रवक्ता के अनुसार, शुक्रवार सुबह उन्हें अचानक हिचकियां आनी शुरू हुईं और घर में उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
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