बागेश्वर बाबा के कार्यक्रम में चोरी, 4 लाख 87 हजार के गहने चोरों ने किया पार
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मुंबई। शनिवार को बागेश्वर धाम सरकार, धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का मुंबई के मीरा रोड इलाके में एक दिव्य दरबार सजाया गया. इस दरबार में लाखों की संख्या में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के अनुयायी उन्हें सुनने पहुंचे थे. शनिवार शाम 5:30 बजे कार्यक्रम शुरू हुआ और रात 9:00 बजे कार्यक्रम खत्म हुआ. एक तरफ जहां लोग कार्यक्रम स्थल से अपने घर की तरफ निकल रहे थे, वही दूसरी तरफ लगभग 50 से 60 लोगों का एक समूह मीरा रोड पुलिस स्टेशन पहुंचा.
जो लोग पुलिस स्टेशन पहुंचे, उनमें ज्यादातर महिलाएं शामिल थीं. इन महिलाओं का आरोप था कि, कार्यक्रम के दौरान इनके गले से मंगलसूत्र के अलावा गले से सोने की चेन भी चोरी की गई. स्थानीय पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, अब तक 36 महिलाओं ने मंगलसूत्र और गले की चेन चोरी होने की शिकायत पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई है. पुलिस थाने पहुंची महिलाएं काफी परेशान नजर आईं. इन महिलाओं द्वारा दिए गए जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने सोने के गहनों की कुल कीमत 4, 87000 रुपए आंकी हैं. महिलाओं के शिकायत के आधार पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच कर रही है. आपको बता दें, मीरा रोड में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के 2 दिनों के कार्यक्रम का आयोजन किया गया है.
इससे पहले बागेश्वर धाम सरकार ने दरबार को संबोधित करते हुए कहा कि भारत हिंदू राष्ट्र तभी घोषित होगा जब हिंदुओ में एकता आएगी. बाकी धर्म के लोग भी यही हिंदू राष्ट्र में रहेंगे. उन्होंने कहा कि हमारा धर्म जोड़ना सिखाता है, तोड़ना नही. बागेश्वर धाम सरकार ने कहा, 'हम कोई ऐसा कार्य नहीं करेंगे जिससे सनातन धर्म को नीचा देखना पड़े लेकिन हम भारत को हिंदू राष्ट्र बनवा कर मानेंगे. दूसरी बात अपने घर का एक बच्चा राम के लिए जरूर घर से बाहर निकालो, तीसरी बात जिनको बागेश्वर धाम में पाखंड नजर आता है, अंधविश्वास नजर आता है उन मूर्खों को हमारे सामने आना चाहिए.'
उन्होंने कहा कि मुंबई के पागलों तुम्हें सनातन धर्म के लिए उठना पड़ेगा यह हमारे लिए नहीं, तुम्हारे आने वाली पीढ़ियों के लिए है ताकि राम के मंदिर पर कोई पत्थर ना फेंके और राम के होने का कोई सबूत ना मांगे. बागेश्वर धाम सरकार ने कहा, 'पालघर में जैसे संतों के साथ निर्दयता हुई, वो फिर ना हो. तांत्रिकों के चक्कर में किसी का घर बर्बाद ना हो. बागेश्वर धाम का दरबार इसीलिए लगता है और लगता रहेगा. मुझे लगता है कि हम तुम्हें किसी ना किसी दिन एक मोड़ पर जरूर मिलेंगे.'