टली नहीं है महाजंग... यूक्रेन-रूस के बीच और बढ़ा तनाव, भारत के लिए इसलिए टेंशन की बात
Russia-Ukraine Impact on India : यूक्रेन (Ukraine) और रूस (Russia) के बीच गहमागहमी एक बार फिर बढ़ गई है. फिर से युद्ध के हालात बन गए हैं. अमेरिका (America) का दावा है कि रूस से यूक्रेन सीमा पर डेढ़ लाख ज्यादा सैनिक तैनात कर दिए हैं. इन सबके बीच एक अहम सवाल जो भारत के लोगों के मन मे है, वो ये कि अगर इन दोनों देशों के बीच युद्ध होता है तो इसका इंडिया पर क्या असर पड़ेगा. चलिए हम आपको एक-एक करके बताते हैं क्या होगा इसका असर.
1. दूरगामी प्रभाव
सबसे पहले इसके दूरगामी प्रभाव पर बात करते हैं. अभी तक भारत ने कोई फैसला नहीं लिया है कि वह किसके साथ है. अगर यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध होता है तो उसे अपना स्टैंड लेना होगा. अगर भारत रूस का साथ देता है तो अमेरिका नाराज हो सकता है. क्योंकि अमेरिका लगातार इस युद्ध को रोकने के लिए रूस पर दबाव डाल रहा है. अगर भारत अमेरिका की वजह से यूक्रेन के पक्ष में जाता है तो उसके रूस के साथ रिश्ते खराब होंगे, जो चीन को देखते हुए सही नहीं रहेगा.
2. शेयर बाजार पर असर
युद्ध की आहट भर से ही दुनियाभर के शेयर बाजार पिछले कुछ दिनों से बुरी तरह टूटे हैं. भारतीय शेयर बाजार में भी इसका असर दिखा है. अगर युद्ध होता है तो मार्केट काफी हद तक गिर सकता है. इससे निवेशकों के करोड़ों रुपये डूब सकते हैं.
3. बढ़ जाएंगी कच्चे तेल की कीमतें
अगर रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध होता है तो कच्चे तेल की कीमत 100 डॉलर से 120 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंचने का अनुमान है. इसके अलावा नेचुरल गैस की सप्लाई पर असर पड़ेगा. ऐसे में भारत में भी पेट्रोल और डीजल की कीमतें आसमान छू सकती हैं.
4. यूक्रेन से होने वाला व्यापार प्रभावित होगा
भारत का यूक्रेन से पिछले कुछ साल में कारोबार काफी बढ़ा है. रिपोर्ट के मुताबिक, 2020 में दोनों देश के बीच करीब 2.69 बिलियन डॉलर का कारोबार हुआ था. इसमें यूक्रेन ने भारत को करीब 1.97 बिलियन डॉलर का निर्यात किया था. यूक्रेन भारत को खाने वाले तेल, खाद, न्यूक्लियर रिएक्टर और बॉयलर जैसे चीजें निर्यात करता है. युद्ध की स्थिति में ये सभी प्रभावित होंगी.
5. पाकिस्तान को मिल जाएगा मौका
अगर यूक्रेन और रूस के युद्ध में किसी वजह से भारत और रूस के रिश्ते प्रभावित होते हैं तो इसका फायदा पाकिस्तान को मिल सकता है जो भारत के लिए नुकसानदायक होगा. दरअसल चीन पहले से ही पाकिस्तान के साथ है. पिछले कुछ समय से पाकिस्तान लगातार रूस के साथ द्विपक्षीय संबंध बढ़ाने की कोशिश कर रहा है. अगर रूस पाकिस्तान के नजदीक जाता है तो भारत के लिए ठीक नहीं रहेगा. रूस के साथ भी भारत का कारोबार अरबों में है.