नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार सेना में बदलाव को लेकर आज बड़ा ऐलान कर सकती है. बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार 'अग्निपथ भर्ती योजना' (Agnipath recruitment scheme) शुरू कर सकती है. तीनों सेनाओं के चीफ यानी थल सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, एयरफोर्स चीफ एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी और नेवी चीफ एडमिरल आर हरि कुमार आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस योजना के शुरुआत का ऐलान कर सकते हैं.
इससे पहले तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अग्निपथ स्कीम के बारे में प्रेजेंटेशन दिया था. इस योजना के तहत सेना में युवा कम समय के लिए भर्ती हो सकेंगे. इस योजना को अग्निपथ स्कीम नाम दिया गया है. इसके तहत युवा चार साल के लिए सेना में शामिल हो सकते हैं और देश की सेवा कर सकेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ये ड्रीम प्रोजेक्ट है जिसके जरिए सेना में शामिल हो रहे जवानों की औसत उम्र कम करने का प्रयास रहेगा और रक्षा बलों के खर्चे में भी कमी लाई जाएगी. बताया जा रहा है कि योजना के तहत चार साल के लिए युवाओं (अग्निवीर) को सेना में भर्ती किया जाएगा. हालांकि, चार साल के बाद ज्यादातर जवानों को उनकी सेवा से मुक्त कर दिया जाएगा
चार साल के अंतराल के बाद जिन युवाओं को सेना की नौकरी से मुक्त किया जाएगा, उन्हें दूसरी जगह नौकरी दिलवाने में भी सेना एक सक्रिय भूमिका निभाएगी. तर्क दिया जा रहा है कि सेना में अगर कोई चार साल काम कर लेगा, तो उसकी प्रोफाइल मजबूत बन जाएगी और हर कंपनी ऐसे युवाओं को हायर करने में दिलचस्पी दिखाएंगी.
इसके अलावा सेना में 25 फीसदी जवान बने रह पाएंगे जो निपुण और सक्षम होंगे. हालांकि, ये भी तभी संभव रहेगा अगर उस समय सेना में भर्तियां निकलीं हों. इस प्रोजेक्ट की वजह सेना को करोड़ों रुपये की बचत भी हो सकती है. एक तरफ पेंशन कम लोगों को देनी पड़ेगी तो वहीं दूसरी तरफ वेतन में भी बचत हो जाएगी.