कुल्लू। मैदानी क्षेत्रों में बढ़ती गर्मी से राहत पाने के लिए पर्यटक कुल्लू-मनाली पहुंच रहे हैं। जिला के गगनचुंबी पहाड़ों के रहस्य और रोमांच का आनंद उठाने के लिए देश-विदेश के सैलानी यहां आ रहे हैं। इन दिनों ब्यास की लहरों में सफर करने के लिए मानों पर्यटकों की होड़ सी लग गई है। हर दिन राफ्टिंग स्थलों पर लहरों पर सफर करने के लिए सैलानी उतावले हो उठते हैं। ब्यास की लहरों में सिर्फ रोमांच ही नहीं, बल्कि रोजगार भी है। एक तरफ जहां देश-विदेश से आने वाले सैलानी ब्यास की लहरों पर रोमांच का सफर कर रहे हैं वहीं, दूसरी ओर स्थानीय लोगों को इससे रोजगार मिल रहा है। कुल्लू-मनाली के टूअर को देश-विदेश के सैलानी यादगार बनाने लिए ब्यास की जलधार में रोमांच का सफर कर आनंद उठा रहे हैं।
ब्यास में कुल्लू के रायसन से लेकर मंडी के झीड़ी तक एडवेंचर के शौकीन सैलानियों से भरी राफ्ट्स देखी जा सकती हैं। जिला की रायसन, बबेली, पीरड़ी की साइट्स में रिवर राफ्टिंग का पर्यटक आनंद ले रहे हैं। वैष्णों माता मंदिर के पास भी हर दिन पर्यटक मेला दिख रहा है। साहसिक गतिविधियों का लुत्फ उठा रहे सैलानी जिला में पर्यटन विभाग के पास करीब 500 राफ्ट पंजीकृत हैं। इन राफ्ट्स में करीब 900 से अधिक युवाओं को सीधे तौर पर रोजगार मिल रहा है। लाइसेंसधारक गाइड पर्यटकों को राफ्टिंग करवा रहे हैं। कुल्लू.मनाली की वादियों में घूमने के साथ ब्यास नदी में रिवर राफ्टिंग करने के लिए सैलानी खासे बेताब दिखते हैं। अब रिवर राफ्टिंग का कारोबार बढ़ गया है।