Shimla. शिमला। हिमाचल में कांग्रेस के नए संगठन के गठन की राह बदल सकती है। दो दिन तक लगातार चली बैठक में बदलाव का सुझाव आया है और अब इसे हाइकमान को भेजा जा रहा है। हाइकमान इस सुझाव पर मुहर लगाता है, तो भविष्य में कांग्रेस के संगठन का पूरा रोडमैप बदल जाएगा। संगठनात्मक चुनाव में यदि लोकतांत्रिक प्रक्रिया की एंट्री होती है, तो मौजूदा समय में बना कांग्रेस संगठन चुनाव का परिदृश्य पूरी तरह से बदल जाएगा। इसके अनुसार जिन पदाधिकारियों ने कांग्रेस की सदस्यता ले रखी है, वे ब्लॉक, जिला और राज्य स्तर पर पदाधिकारियों के चयन के लिए मतदान प्रक्रिया में हिस्सा ले पाएंगे। दरअसल दिल्ली से पहुंचे सहप्रभारियों की पदाधिकारियों के साथ हुई बैठक में संगठनात्मक चुनाव की सिफारिश की गई है। कांग्रेस हाइकमान ने समूचे देश में संगठनात्मक चुनाव का फैसला किया था और इसके लिए सदस्यता अभियान भी चलाए गए, लेकिन हिमाचल में संगठनात्मक चुनाव को टाल दिया गया था। अब पदाधिकारियों ने दोबारा से संगठनात्मक चुनाव पर काम शुरू करने की सिफारिश कर दी है। लोकतांत्रिक तरीके से चुनावी प्रक्रिया में कोई भी सक्रिय कार्यकर्ता बड़े पदों तक पहुंच सकता है, जबकि मौजूदा समय में कांग्रेस जिस रणनीति के तहत संगठन का ताना-बाना बुन रही है, उसमें चहेतों के आगे आने की संभावनाएं ज्यादा हैं।
संगठन के पदाधिकारियों ने इस मंशा को भी बंद कमरे में हुई बैठक के दौरान उजागर किया है। यह प्रक्रिया ठीक वैसे ही होगी, जैसी हाल ही में युवा कांग्रेस संगठन के चुनाव में अपनाई गई है। युवा कांग्रेस चुनाव से पहले सदस्यता अभियान चलाया गया और फिर सदस्यों को मतदान का अवसर दिया गया। हालांकि युवा कांग्रेस चुनाव की प्रक्रिया अभी लंबित है। इससे पहले कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह संगठन के चुनाव की पैरवी के बाद जब दिल्ली से हिमाचल लौटी थीं, तो पूर्व पदाधिकारियों ने उनसे मुलाकातों का दौर शुरू कर दिया था। हालांकि इसके बाद हाइकमान ने सभी 12 जिलों और चारों लोकसभा सीटों पर ऑब्जर्वर तैनात कर दिए और सह-प्रभारियों को हिमाचल भेजकर तालमेल से संगठन की नब्ज टटोलने की जिम्मेदारी सौंप दी। अब शिमला में बैठक पूरी करने के बाद सभी सहप्रभारी जिलों का दौरा शुरू करेंगे और ब्लॉक समेत जिलास्तर पर कार्यकारिणी के विस्तार को लेकर रूपरेखा तैयार करेंगे। सहकारी बैंक के निदेशक और कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव हरिकृष्ण हिमराल का कहना है कि कांग्रेस संगठन के गठन को लेकर दो दिन तक सौहार्दपूर्ण माहौल में मीटिंग हुई है। इस दौरान तमाम पदाधिकारियों ने अपने-अपने सुझाव सहप्रभारियों के समक्ष रखे हैं। इन सुझाव को हाइकमान को सौंपा जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया को हाइकमान शुरू करता है, तो आम कार्यकर्ताओं के पास आगे आने का अवसर होगा। मौजूदा प्रारूप में भी चुनाव होते हैं तो अगले साल की शुरुआत तक नई कार्यकारिणी गठित हो जाएगी।