पांच रुपये किलो मिला लहसुन का भाव, किसान ने एक ट्रॉली लहसुन सड़क किनारे फेंका, देखें वीडियो

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Update: 2022-01-11 06:01 GMT

नई दिल्ली: एक तरफ सरकार खेती को लाभ का धंधा बनाकर किसानों की आय दोगुनी करने का वादा कर रही है. वहीं, दूसरी तरफ किसानों को अब भी उनकी फसल का सही दाम नहीं मिल रहा है और वे अपनी फसल फेंकने या जलाने पर मजबूर हैं. मध्य प्रदेश में लहसुन की कीमत अभी 20-30 रुपये किलो है. ऐसे में धार जिले के दसाई के एक किसान सुनील पाटीदार ने लहसुन की उपज का सही दाम नहीं मिलने पर अपनी लहसुन से भरी पूरी ट्रॉली सड़क पर फेंक दी.

पाटीदार अपनी 20 किलो लहसुन इंदौर स्थित मंडी में बेचने गए थे. लेकिन उन्हें वहां उसका सही दाम नहीं मिला. जिसके बाद पाटीदार ने अपनी सारी लहसुन सड़क पर फेंक दी. इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
पाटीदार ने बताया कि किसान को मंडी में सही भाव नहीं मिल रहा है. उन्हें भी नहीं मिला इसलिए उन्होंने गुस्से में सड़क किनारे लहसुन फेंक दी. किसान सुनील पाटीदार ने बताया कि उसके ऐसा इसलिए किया क्योंकि उसका खर्च पूरा नहीं हो रहा था.


पाटीदार ने बताया कि एक बीघा में लहसुन की खेती करने पर 25 हजार रुपये का खर्च आता है. लेकिन मंडी में वह 500 रुपए क्विंटल के हिसाब से बिकी. ऐसे में नुकसान होने पर उन्होंने लहसुन फेंक दी. पाटीदार ने कहा की मैंने तीन बीघा जमीन पर लहसुन उगाया था और एक बीघा की फसल बेच दी थी. 3 बीघा में 60 हजार रुपये खर्चा हुए थे. लेकिन बेचने पर यह खर्च नहीं निकल रहा था.
पाटीदार ने कहा कि ऐसे में किसान क्या करे. हम बहुत परेशान हैं. हम सरकार से यही चाहते हैं कि वह हमारे बारे में सोचे. सरकार कहती है कि 2022 में किसानों की आय दोगुनी कर देंगे, लेकिन कैसे करेंगे. अगर ऐसे ही किसान अपनी फसल फेंकता रहा तो आय दो गुनी नहीं और कम हो जाएगी. इसलिए सरकार से यही चाहते हैं कि सरकार किसानों के बारे में कुछ सोचे.
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