जयपुर। राजनीति में एक कहावत है कि हमाम में सब नंगे हैं. मतलब सब एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं. मंच से मोरल- एथिक्स पर लंबा-लंबा भाषण देने वाले नेता कुर्सी के लिए किस तरह रंग बदलते हैं ये तो आपने कई बार देखा होगा लेकिन इस बार सुन भी लीजिए. खुद मंत्री जी बता रहे हैं कि वो कैसे बेन पेंदी के लोटे की तरह इधर से उधर जाते रहते हैं. जहां कुर्सी मिली वहां हम हो गए आप के... इनका नाम है राजेंद्र दुढ़ा. पहले बसपा में हुआ करते थे. फिर कांग्रेस में आकर मंत्री बन गए. गुढ़ा साहब मंच से अपनी तारीफ करते नहीं थक रहे कि देखो मैं कितना जुगाड़ू आदमी हूं. पहले बसपा में था, फिर कांग्रेस में आया तो मंत्री बन गया और जब दोबारा कहीं मौका मिलेगा तो वहां निकल लूंगा.
सोशल मीडिया पर मंत्री जी का वीडियो वायरल है. राजस्थान में बसपा से कांग्रेस में आकर मंत्री बनने राजेन्द्र गुढ़ा वीडियो में राजस्थानी भाषा में बोल रहे हैं कि 'चुनाव बसपा से जीतता हूँ, मंत्री कांग्रेस में बनता हूँ और दरी बिछाने के समय कांग्रेस छोड़ देता हूँ.' कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए गुढ़ा बोले गूगल पर सर्च कर लेना. जैसे मैं मंत्री बना हूं वैसे कभी कोई मंत्री नहीं बनता. गुढ़ा आगे कहते हैं कि ना मेरे पास पार्टी थी, ना मेरे पास कोई और सिस्टम था और ना मैने कोई कोशिश की लेकिन फिर भी दो बार विधायक बना और दोनों ही बार मंत्री भी बना.
मंत्री जी ने तकदीर को पूरा श्रेय देते हुए कहा कि मैने कोई कोशिश नहीं की बस तकदीर अच्छी थी तो बन गए. उन्होंने दूसरे विधायक भंवरलाल शर्मा का उदाहरण दिया कि वो सात बार विधायक चुने गए लेकिन एक बार भी मंत्री नहीं बने. फिर खुद का उदाहरण देते हुए कहा मुझे देखिए, मैं कैसे दो बार विधायक बना और दो बार मंत्री भी बना. मान गए विधायक जी. राजनीति में गजब की उठापटक कर लेते हैं आप.