पति ने जंगल ले जाकर पत्नी को मारा, फिर फोन कर साले को कहा....

सनसनीखेज मामला

Update: 2021-07-05 15:25 GMT

झारखंड के गढ़वा जिले के भंडरिया थाना क्षेत्र के बड़गड़ ओपी अंतर्गत सालो जंगल में हत्‍या का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां एक पति ने अपनी 27 वर्षीय पत्‍नी की कुल्‍हाड़ी से हमला कर निर्मम हत्या कर दी. यही नहीं, पत्‍नी की हत्‍या के बाद उसने शव को न सिर्फ झाड़ियों में छिपा दिया बल्कि वह उसके सारे गहने भी उतार कर साथ ले गया. इस मामले में पुलिस (Jharkhand Police) ने शव को पोस्टमार्टम लिए भेजने के अलावा जांच शुरू कर दी है.

दरअसल गढ़वा जिले के भंडरिया थाना क्षेत्र के बड़गड़ ओपी अंतर्गत सालो जंगल में योगेंद्र सिंह नामक शख्‍स ने अपनी 27 साल की पत्नी कांति देवी को कुल्हाड़ी से हमला कर मार डाला. इसके बाद वह शव को झाड़ियों में छुपाकर फरार हो गया. इस मामले की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है. हालांकि यह घटना शनिवार की बताई जा रही है. मृतका के पिता के मुताबिक, उनका दामाद योगेंद्र मड़ई बनाने के लिए जंगल से लकड़ी लाने की बात कहकर कांति को अपने साथ लेकर जंगल गया था. जब वह नहीं लौटा, तब उन्‍हें ढूंढ़ने का प्रयास किया गया. हालांकि काफी खोजबीन के बाद भी जंगल में उनका पता नहीं चल सका था.

घटना के कुछ घंटे बाद आरोपी योगेंद्र ने सुदन के साले को फोन कर जंगल में पत्नी कांति की हत्या करने और शव के स्थान की जानकारी दी. इसके बाद सभी वहां पहुंचे तो मृतका का शव झाड़ियों के बीच पड़ा था. जबकि शव को देखने के बाद लग रहा थ कि उसने अपनी पत्‍नी कांति के सिर और गर्दन पर कुल्हाड़ी से वार किया गया. इसके बाद मामले की जानकारी पुलिस का दी गई. पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को पोस्‍टमार्टम के लिए भेजने के साथ आगे जांच शुरू कर दी है.

इस बाबत बड़गड़ ओपी प्रभारी कुंदन कुमार सिंह ने बताया कि कांति की शादी आठ वर्ष पहले गढ़वा जिले के ही मेराल थाना क्षेत्र के बनुआ गांव निवासी योगेंद्र सिंह से हुई थी. उसके बाद से ही दोनों में विवाद और मारपीट की घटना होने लगी. इसके बाद बेटी के साथ मारपीट की जानकारी पाकर पिता सुदन उसे अपने घर महुआटिकर ले आया. यही नहीं, पत्‍नी और पति का विवाद कोर्ट तक पहुंच गया. जबकि कोर्ट के फैसले के बाद योगेंद्र भी ससुराल समय-समय पर आकर रहने लगा. हालांकि इस दौरान योगेंद्र अपनी पत्‍नी पर बनुआ में रहने के लिए दबाव भी डालता था, लेकिन वह महुआटिकर से जाने को तैयार नहीं थी, क्‍योंकि उसने पहले काफी मारपीट सही थी. वहीं, जब पत्‍नी ने योगेंद्र की बात नहीं सुनी तो वह भी करीब 20 दिन पहले महुआटिकर आया और यहीं रहने लगा. इसके बाद भी दोनों के बीच अनबन का दौर जारी रहा है और फिर मौका पाकर उसने पत्‍नी को जंगल में ले जाकर मौत के घाट उतार दिया.

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