महाकाल मंदिर में पहली बार दिन के भस्मारती में दर्शनार्थियों का प्रवेश प्रतिबंधित
ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में महाशिवरात्रि पर दर्शनार्थियों को भगवान के 28 घंटे तक सतत दर्शन होंगे। 11 मार्च को सुबह 6 बजे से दर्शन का सिलसिला शुरू होगा
ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में महाशिवरात्रि पर दर्शनार्थियों को भगवान के 28 घंटे तक सतत दर्शन होंगे। 11 मार्च को सुबह 6 बजे से दर्शन का सिलसिला शुरू होगा, जो 12 मार्च को सुबह 10 बजे तक चलेगा। इसी दिन साल में एक दिन दोपहर में होने वाली भस्मारती तो होगी, लेकिन पहली बार इसमें दर्शनार्थियों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। महाशिवरात्रि पर एक लाख श्रद्धालुओं के उज्जैन आने का अनुमान है।
कोरोना संक्रमण को देखते हुए दर्शन के लिए अग्रिम बुकिंगकराने वाले श्रद्धालुओं को प्राथमिकता दी जाएगी। स्पाट बुकिंग व्यवस्था भी की जा रही है। 250 रुपये के शीघ्र दर्शन पास के लिए भी काउंटर लगाए गए हैं। इस पास की मंदिर की वेबसाइट पर आनलाइन बुकिंग भी की जा रही है। कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण ज्योतिर्लिंग पर श्रद्धालुओं द्वारा दूध-जल चढ़ाने पर प्रतिबंध लगाया है। दर्शनार्थियों को मुफ्त पानी की बोतल और मास्क मुहैया कराने की व्यवस्था की है। दर्शन के लिए प्रशासन ने आम और खास श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग व्यवस्था बनाई है।
ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिग : रातभर खुले रहेंगे मंदिर ओंकारश्वर
महाशिवरात्रि पर भगवान ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर दर्शनार्थियों के लिए 24 घंटे खुला रहेगा। दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को कोविड-19 के प्रावधानों का पालन करना होगा। मास्क और हाथ सैनिटाइज करने की अनिवार्यता के साथ ही दर्शनार्थियों की थर्मल स्क्री¨नग होगी। शरीर का तापमान अधिक रहने पर मंदिर में प्रवेश नहीं मिलेगा।