वृंदावन के ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में दर्शन की नई व्यवस्था दूसरे दिन सोमवार को भी लागू रही। मंदिर दर्शन के लिए आए भक्तों को लाइन लगाकर दर्शन कराए गए। हालांकि मंदिर के बाहर सड़कों पर सोमवार को भीड़ से कुछ राहत जरूर थी, लेकिन मंदिर और मंदिर के बाहर चबूतरे पर हालात बदतर थे। यहां गेट नंबर दो के पास दर्शन के लिए आया श्रद्धालु बेहोश हो गया।
गाजियाबाद निवासी 78 वर्षीय शिव सेवक मिश्र सोमवार को अपने परिवार के साथ ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में दर्शन के लिए आए थे। सुबह गेट नंबर 2 के पास भीड़ के दबाव में फंसकर शिवसेवक गिरकर बेहोश हो गए। स्वास्थ्य कर्मियों और सुरक्षा गार्डों ने उनको स्ट्रेचर पर लिटा कर उपचार कराया। यहां से उन्हें संयुक्त जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया।
श्रद्धालु को लगानी पड़ी ऑक्सीजन
डॉ. रविंद्र कुमार यादव ने बताया की शिवसेवक की हालत बहुत गंभीर थी, तुरंत उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया। ऑक्सीजन भी लगाई गई। बिहारी जी की कृपा से वह यहीं होश में आ गए। उन्हें अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। यह हालात दोपहर के समय राजभोग आरती के समय हुए।
मंदिर और मंदिर के बाहर हुई भीड़ से हालात बिगड़ने लगे। भीड़ को नियंत्रण करने के लिए प्रयास किए गए लेकिन यह प्रयास नाकाफी साबित हो रहे थे। इधर, मंदिर पहुंचने के लिए सोमवार को सुबह लगाई गई लाइन हरिनिकुंज चौराहे तक पहुंच गई। जहां लाइन में लगकर भक्त अपने आराध्य के दर्शन करने के लिए पहुंचे।
रविवार को पांच श्रद्धालु हुए थे बेहोश
रविवार को मंदिर और मंदिर के बाहर हुई भीड़ के दबाव में फंसकर पांच श्रद्धालु बेहोश हो गए थे। इन सभी को उपचार के लिए अस्पताल ले जाना पड़ा। वहीं, मंदिर में दर्शन की नई व्यवस्था से बाहर से आए बच्चे, बुजुर्ग व महिला श्रद्धालुओं के साथ-साथ स्थानीय लोगों को भी भारी परेशानी हुई।