बाबा बुलडोजर पिचकारी का क्रेज, बीजेपी को मिली जीत का रंग अब बाजारों में भी देखने को मिल रहा
वाराणसी: बाजार पर समसामयिक घटनाओं या हस्तियों का रंग चढ़ना कोई नई बात नहीं है और अगर माहौल चुनाव से उबरा हो और पर्व होली का हो तो फिर क्या पूछना? होली के मौसम में राजनीतिक तड़का लगना लाजमी है. ऐसा ही इन दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में देखने को मिल रहा है.
बीते विधानसभा चुनाव में वाराणसी की आठों सीटें बीजेपी और सहयोगी दलों की झोली में क्या गिरी कि बनारस के होली बाजार में बुलडोजर का रंग चढ़ गया है और बेहद डिमांड के साथ 'बाबा बुलडोजर पिचकारी' बिक रही है. हालांकि बाकी राजनैतिक लोगों के नाम से भी पिचकारी से बाजार पटी हुई है, लेकिन बेहद मांग है- बाबा बुलडोजर पिचकारी की.
बीते दिनों की बात हुआ करती थी जब पर्व, तीज और त्यौहारों पर फिल्मी जगत की तस्वीरें बाजार में छाई रहती थी. आज उनकी जगह शीर्ष के नेता और समसामयिक राजनैतिक घटनाक्रम ने ले लिया है. यूपी में विधानसभा चुनाव के बाद योगी सरकार 2.0 शुरू होने वाला है तो बाजार ने भी अब बाबा बुलडोजर के ब्रॉन्ड को भुनाना शुरू कर दिया है.
वाराणसी के दालमंडी में होली पर रंग-पिचकारी के पूर्वांचल के सबसे बड़े बाजार में बाबा बुलडोजर नाम से भी पिचकारी आ पहुंची है. होलसेल विक्रेता मो. आसिफ की माने तो उन्होंने बताया कि बुलडोजर बाबा एक ब्रॉन्ड बन चुका है इसलिए दिल्ली से उनके नाम पर 50 हजार बुलडोजर बाबा के नाम की पिचकारी मंगाई थी, जो तीन दिन में ही बिक भी चुका है.
पहले फिल्मी सितारों का क्रेज हुआ करता था तो अब मोदी-योगी और बुलडोजर का क्रेज है, जिसका व्यापारी भी फायदा उठा रहे हैं. जहां तक दाम की बात है तो मो. आसिफ ने बताया कि 135 रुपए की बाबा बुलडोजर की पिचकारी उन्हें एक पड़ी है और आगे उसे वह 150 रुपए में बेच रहे हैं. पूर्वांचल भर में बाबा बुलडोजर की पिचकारी की मांग है.
तो वहीं गाजीपुर से छोटे दुकानदार पप्पू ने खरीदारी करने के दौरान बताया कि सरकार बनने से योगी-मोदी के नाम की डिमांड बढ़ चुकी है और पिचकारी भी आ चुकी है, इसलिए वे मोदी-योगी और बाबा बुलडोजर की पिचकारी खरीदकर बेचने के लिए ले जा रहे हैं, क्योंकि उम्मीद है कि उनकी सेल बढ़ जाएगी.