दंपत्ति को डायन के शक में मार डाला, जंगल में फेंकी लाश, अब...

एक बार फिर से डायन हत्या का मामला सामने आया है.

Update: 2022-01-31 06:09 GMT

रांची: झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिले में एक बार फिर से डायन हत्या का मामला सामने आया है. मामला टोंटो थाना क्षेत्र का है, जहां एक दंपत्ति को डायन के शक में मार डाला गया और साक्ष्य छिपाने के नियत से उनके शव को पहले तो जलाया गया, जब शव पूरी तरह नहीं जला तो उसे किसी तरह जंगल में दफन करने की कोशिश की और मौके से भाग गए.

घटना बीते 20 जनवरी की बताई जा रही है. इस हत्याकांड में मारे गए दंपत्ति की पहचान टोंटो थाना अन्तर्गत अत्यंत नक्सल प्रभावित बुंडू गांव निवासी गोमिया केराई और उसकी पत्नी के रूप में की गयी है. इस हत्याकांड में मृतक गोमिया कराई का भाई भी शामिल है. अन्धविश्वास के मकड़ जाल में फंसे ग्रामीण व मृतक के भाई ने घटना को अंजाम दिया है.
घटना की सूचना मिलने के बाद जिला पुलिस कप्तान अजय लिंडा के निर्देश पर जगन्नाथपुर एसडीपीओ इकुड़ डुंगडुंग, किरीबुरु एसडीपीओ अजीत कुमार कुजूर, मनोहरपुर के एसडीपीओ दाऊद किंडो के अलावे टोंटो थाना प्रभारी सागेन मुर्मू, गुवा थाना प्रभारी अनिल कुमार यादव, सीआरपीएफ के पदाधिकारी व जवान अलग-अलग टीम का गठन किया गया.
इसके बाद नक्सल प्रभावित बुंडू गांव की चारों तरफ से घेराबंदी कर मृतक दम्पत्ति के शव को बरामद करने के लिए सर्च अभियान चलाया गया. घंटों मशक्कत के बाद गांव से लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर घने जंगल से पुलिस ने गोमिया केराई और उसकी पत्नी का क्षत-विक्षत व अधजला शव बरामद किया.
हत्या में शामिल अपराधियों ने बुंडू के ग्रामीणों को धमकी दी थी की अगर किसी ने इस हत्याकांड को लेकर पुलिस को कोई सूचना दी तो उसकी भी हत्या इसी तरह कर दी जायेगी. इसके बाद ग्रामीण डर गए और मामला दस दिनों तक दबा रहा.
इस मामले को लेकर किरीबुरू एसडीपीओ अजित कुमार कुजूर ने दंपति के शव को बरामद करने के बाद कहा कि इस घटना को अंजाम देने वालों में मृतक गोमिया का भाई और गांव के अन्य लोग शामिल हैं. सभी आरोपी फिलहाल गांव से फरार हैं. हत्या की वजह प्रथम दृष्टया नशापान व अंधविश्वास से जुडा़ बताया जा रहा है.
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