देश के सबसे गरीब कैंडिडेट, सिर्फ 1000 रुपये के मालिक, और...
जानें दिलचस्प बात.
नौशेरा: जम्मू-कश्मीर की नौशेरा विधानसभा से भाजपा के उम्मीदवार रविंद्र रैना संभवत: देश के सबसे गरीब कैंडिडेट हैं। दिलचस्प बात यह है कि बीते 10 सालों में जम्मू-कश्मीर के ज्यादातर नेताओं की संपत्ति दोगुनी हो गई है तो वहीं रैना पहले से भी गरीब हो गए हैं। रविंद्र रैना ने 2014 के चुनाव में जो हलफनामा दिया था, उसके मुताबिक उनके पास 20 हजार रुपये कैश थे और 1000 रुपये सेविंग्स अकाउंट में थे। रैना के खिलाफ कोई आपराधिक केस दर्ज नहीं है। उन्हें किसी मामले में आरोपी या दोषी नहीं ठहराया गया है।
अब उन्होंने जो एफिडेविट दाखिल किया है, उसके मुताबिक रविंद्र रैना के पास 1000 रुपये ही कैश हैं। इस तरह 2014 के मुकाबले उनके पास 20000 रुपये की कमी हो गई है। रविंद्र रैना उर्फ रविंद्र कुमार शर्मा राजौरी के नौशेरा के रहने वाले हैं। उन्होंने अपने ए़फिडेविट में बताया है कि उनके पास 1000 रुपये ही नकद है और कोई वाहन नहीं है। इसके अलावा जूलरी, कृषि भूमि, पैतृक संपत्ति, गैर-कृषि भूमि एवं अन्य वित्तीय और आवास संपत्तियां भी उनके नाम पर नहीं हैं। रैना ने बताया है कि उनके पास जम्मू के गांधी नगर में सरकारी आवास है। यह उन्हें 2014 में विधायक चुने जाने पर आवंटित हुआ था।
रविंद्र रैना पर किसी तरह का बिजली, फोन और पानी का बिल भी बकाया नहीं है। साइंस ग्रैजुएट रविंद्र रैना ने ह्यूमन राइट्ल और ड्यूटीज एजुकेशन में डिप्लोमा भी किया है। रविंद्र रैना जम्मू-कश्मीर में भाजपा के शीर्ष नेताओं में से एक हैं और वह फिलहाल विधानसभा चुनाव में कैंपेन की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं। आक्रामक तेवरों के लिए मशहूर रविंद्र रैना नौशेरा के पहाड़ी ब्राह्मण परिवार में पैदा हुए थे। वह 2017 से ही जम्मू-कश्मीर में भाजपा के अध्यक्ष हैं। भाजपा से पहले वह आरएसएस में सक्रिय रहे थे। रैना ने नौशेरा विधानसभा सीट से 2014 में 37,374 वोट पाकर जीत हासिल की थी। उन्होंने पीडीपी के सुरिंदर चौधरी को 9,503 वोटों से हराया था।