भोपाल: गीता प्रेस को गांधी शांति पुरस्कार दिए जाने के एलान के बाद सियासी वार-पलटवार का दौर शुरू हो गया है। कांग्रेस की ओर से उठाए गए सवालों पर मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जवाब दते हुए कहा है कि कांग्रेस की तुष्टिकरण की राजनीति को देश जान चुका है। गोरखपुर स्थित गीता प्रेस को वर्ष 2021 का गांधी शांति पुरस्कार दिए जाने का केंद्र सरकार ने फैसला लिया। इस पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मीडिया प्रभारी और महासचिव जयराम रमेश ने न केवल सवाल उठाया बल्कि यहां तक कह दिया कि यह सावरकर और गोडसे को पुरस्कार देने जैसा है।
जयराम रमेश के बयान का जवाब देते हुए मध्य प्रदेश के गृहमंत्री मिश्रा ने कहा, "हमारे सनातन के साहित्य के छपने का सबसे बड़ा केंद्र है गीता प्रेस, कांग्रेस को आपत्ति इसलिए हो सकती है क्योंकि वह गीता और रामायण ही सिर्फ छापते हैं। यह इनकी पीड़ा हो सकती है। यह उनकी तुष्टिकरण है। उन्होंने सौ साल में कोई सम्मान लिया नहीं है। इसके बाद भी इनको आपत्ति है। यह देश सब समझता है कि इन्हें क्यों आपत्ति है।"