भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नव नियुक्त मंत्रियों को विभागों का प्रभार बांट दिया है। सरकार की ब्रांडिंग की जिम्मेदारी अब राजेन्द्र शुक्ला के पास रहेगी। चुनाव से ठीक पहले राजेंद्र शुक्ला को जनसंपर्क विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। जनसंपर्क विभाग पहले खुद सीएम शिवराज के पास था। राजेंद्र शुक्ला को लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी और जनसंपर्क विभाग का मंत्री बनाया गया हैं। वहीं गौरीशंकर बिसेन को नर्मदा घाटी विकास और राहुल सिंह लोधी (राज्य मंत्री) को कुटीर एवं ग्रामोद्योग (स्वतंत्र प्रभार) एवं वन विभाग के मंत्री बनाए गए है।
बीते 26 अगस्त राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने भोपाल के राजभवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में विधायकों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई थी। गौरीशंकर बिसेन और राजेंद्र शुक्ला ने कैबिनेट मंत्री पद तो वहीं राहुल सिंह लोधी ने राज्य मंत्री पद की शपथ ग्रहण की थी।
गौरीशंकर बिसेन का जन्म 01 जनवरी 1952 को बालाघाट में हुआ था। सात बार विधायक और दो बार सांसद का चुनाव जीता हैं। अभी वो पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष हैं। पहली बार 1985 में गौरीशंकर बिसेन बालाघाट विधानसभा से विधायक चुने गए। 1990 में फिर से निर्वाचित हुए। 1993 उन्होंने बालाघाट से लगातार तीसरी जीत दर्ज की।
राजेंद्र शुक्ला का जन्म रीवा में 1964 को हुआ था। वो 1986 में सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज छात्र संघ के अध्यक्ष बने थे। फिर उन्होंने 2003 में विधानसभा चुनाव में चुनाव लड़कर राजनीति में सक्रिय रूप से शामिल हुए। राजेंद्र शुक्ला साल 2008 और 2013 में फिर विधानसभा सदस्य निर्वाचित हुए। 2013 में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ भी ली थी। 2018 में भी उन्होंने जीत हासिल की।
राहुल सिंह लोधी का जन्म 6 दिसंबर 1977 को हुआ। वे 2018 से टीकमगढ़ के खरगापुर निर्वाचन क्षेत्र से मध्य प्रदेश विधान सभा के मौजूदा सदस्य हैं। राहुल लोधी पूर्व केंद्रीय मंत्री और मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के भतीजे हैं।
महाकौशल को मजबूत करने के लिए गौरीशंकर बिसेन को मंत्री बनाया गया हैं। रीवा में सूनेपन को खत्म करने के लिए राजेंद्र शुक्ला मजबूत ब्राह्मण चेहरा है, उन्हें भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया हैं। वहीं लोधी समाज को साधने के लिए राहुल सिंह लोधी को मंत्रिमंडल में जगह दी गई हैं।