जम्मू: जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने एक बार फिर कश्मीरी पंडितों के लिए धमकी जारी की है. इस बार आतंकियों ने कश्मीर में काम करने वाले सरकारी कश्मीरी पंडित कर्मचारियों के नाम की लिस्ट जारी करते हुए उन्हें घाटी में न बसने की हिदायत दी है.
धमकी कश्मीर फाइट (Kashmir Fight) नामक आतंकी संगठन ने जारी की है, जिसमें कहा गया है कि अगर उनकी चेतावनी को नजरअंदाज किया जाता है तो टारगेट किलिंग को अंजाम दिया जाएगा.
हाल ही में जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने बारामूला और बांदीपोरा में सरकारी कर्मचारी कश्मीरी पंडितों के लिए बन रही कॉलोनियों का दौरा किया था. आतंकियों की धमकी उनके इस दौरे के बाद ही आई है. कश्मीर में एक्टिव आतंकी संगठन घाटी में बन रहीं ट्रांजिट कॉलोनियों को इजरायल जैसा सेटलमेंट बताते आए हैं.
आतंकी समूह ने अपनी धमकी में कहा है कि वे कश्मीरी पंडितों के लिए बन रही ट्रांजिट कॉलोनियों को कब्रिस्तान में बदल देंगे. कश्मीरी पंडितों के साथ-साथ ट्रांजिंट कॉलोनी निर्माण में लगे ठेकेदारों के लिए भी धमकी जारी की गई है.
जम्मू-कश्मीर में टारगेट किलिंग की घटनाएं इस साल अप्रैल-मई से बढ़ गई थीं. 12 मई को बड़गाम जिले में आतंकियों ने राजस्व विभाग के एक अधिकारी को गोली मारी थी. तहसील ऑफिस में घुसकर आतंकियों ने कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट नाम के अधिकारी को निशाना बनाया था. राहुल की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी.
इसके बाद 31 मई को कुलगाम में आतंकियों ने महिला टीचर रजनीबाला की गोली मारकर हत्या कर दी थी. वह सांबा की रहने वाली थीं. उनकी हत्या कुलगाम के गोपालपोरा में की गई थी. रजनी गोपालपोरा हाई स्कूल में टीचर थीं. फायरिंग के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया था. इलाज के दौरान उनकी मौत हुई थी.
दो जून को आतंकियों ने राजस्थान के हनुमानगढ़ के रहने वाले कुलगाम में एक बैंक मैनेजर पर फायरिंग की थी. इस हमले में बैंक मैनेजर विजय कुमार की मौत हो गई थी. विजय कुलगाम के मोहनपोरा में देहाती बैंक मे तैनात थे. सुरक्षाबलों ने टारगेट किलिंग की इन घटनाओं को अंजाम देने वाले ज्यादातर आतंकियों को ढेर कर दिया था.