वाराणसी। बनारस घराना के नाद ब्रह्म के उपासक विश्वविख्यात तबला वादक पद्म विभूषण पंडित किशन महाराज की जन्म शताब्दी वर्ष के समापन पर "पंडित किशन महाराज फाउंडेशन" की ओर से कबीरचौरा स्थित सरोजा पैलेस सभागार में दो दिवसीय संगीत-महोत्सव स्वरांजलि का आयोजन किया गया। स्वरांजलि कार्यक्रम का शुभारंभ पूज्य महेश चैतन्य ब्रम्हचारी महाराज, पद्मश्री अनूप जलोटा, पुलिस आयुक्त अशोक मुथा जैन, श्री चामुंडा स्वामी ने दीप प्रज्ज्वलित कर दिया। प्रथम संध्या में कलाकारों ने गायन और वादन की मनमोहक प्रस्तुतियों से तबला सम्राट को श्रद्धांजलि दी।
महोत्सव की प्रथम प्रस्तुति काशी के प्रख्यात शास्त्रीय गायक पंडित देवाशीष डे के साथ डॉ रागिनी सरना, अक्षय प्रताप, प्रियांशु, डालिया सहित शिल्पायन के 21 कलाकारों ने दी। सभी ने समवेत स्वरों में राग यमन की मनोहारी प्रस्तुति दी। पहली रचना मध्य विलंबित रूपक ताल में निबद्ध थी, जिसके बोल "मन मन्दिर दीप जलाओ"। इसके बाद पं किशन महाराज के नाम से युक्त एक स्वरचित रचना नामाक्षरवर्णादि प्रबंध (चतुरंग) जिसके बोल "किड़नक तक् क्ड़ान" की प्रस्तुति हुई। अंत में कजरी से कार्यक्रम का समापन किया। तबले पर पंडित किशोर मिश्रा, हारमोनियम पर हर्षित उपाध्याय ने सुमधुर संगति प्रदान की।
दूसरी प्रस्तुति में काशी के सुप्रसिद्ध कत्थक- नर्तक जोड़ी सौरव मिश्र व गौरव मिश्र ने अपने सहयोगियों के साथ मनमोहक नृत्य से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके बाद भजन सम्राट अनूप जलोटा ने अंतिम प्रस्तुति में अपने सुमधुर भजनों से लोगों को भावविभोर कर दिया। पद्मश्री अनूप जलोटा ने महोत्सव को अपने घर का बताते हुए पंडित किशन महाराज के प्रति अगाध श्रद्धा भाव प्रदर्शित करते हुए शुरू से ही दर्शक/श्रोता दीर्घा में मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन सौरभ चक्रवर्ती ने किया। मुख्य व विशिष्ट अतिथियों तथा कलाकारों को तथा फाउंडेशन का सहयोग करने वाली संस्थाओ के प्रमुखों में सदगुरु उदय सिंह नामधारी के प्रतिनिधि सुखदेव सिंह, गुणवंत सिंह, आकाश गुप्ता, अविनाश चंद्रा, विवेक सिंह, दिग्विजय सिंह, अशोक अग्रवाल, राजेश जैन, उदय राव, सचिव अंजलि मिश्रा ने पुष्पगुच्छ, अंगवस्त्रम व मोमेंटो देकर सम्मानित किया। अंत में संस्था की सचिव अंजलि मिश्रा ने कलाकारों व समस्त अतिथियों के प्रति धन्यवाद व आभार ज्ञापित किया।