नई दिल्ली: केरल, तमिलनाडु और दिल्ली में मंकीपॉक्स के केस सामने आने के बाद अब झारखंड के देवघर में भी इस बीमारी का एक संदिग्ध मरीज सामने आया है. हालांकि, अभी उसमें बीमारी की पुष्टि नहीं हुई है. लेकिन संदिग्ध केस ने ही प्रशासन को अलर्ट कर दिया है.
देवघर के उपायुक्त मंजू नाथ भजयंत्री ने बताया कि पहले से ही मंकीपॉक्स को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट पर है. देवघर आने वाले रेल यात्री और हवाई जहाज से आने वाले लोगों की जांच की जा रही है. जांच के दौरान मंकीपॉक्स का संदिग्ध मरीज मिला है, जिसका सैंपल जांच के लिए लैब भेज दिया गया है.
भजयंत्री ने आगे कहा कि कोरोना के कारण दो साल तक विश्व प्रसिद्ध द्वादश ज्योतिर्लिंग बाबा बैद्यनाथ धाम में राजकीय श्रावणी मेला का अयोजन नहीं किया गया था. इस साल मेले का अयोजन हुआ है. भारी संख्या में श्रद्धालु बाबा पर जलार्पण करने पहुंच रहे हैं.
बता दें कि मंकीपॉक्स से संक्रमित 22 साल के एक लड़के की केरल में 30 जुलाई को मौत हो चुकी है. उसके बारे में पहले ये अंदेशा था कि वह मंकीपॉक्स से संक्रमित है, लेकिन इस बात की पुष्टि उसकी मौत के बाद हो सकी. लड़के को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में ही मंकीपॉक्स से संक्रमित पाया गया था. हालांकि अभी इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है कि उसकी मौत मंकीपॉक्स वायरस की वजह से ही हुई है.
बताते चलें कि देश में मंकीपॉक्स के केस मिलने से सरकार की टेंशन बढ़ गई है. अब तक केरल, तमिलनाडु और दिल्ली में मंकीपॉक्स संक्रमित मरीज मिले हैं. केरल में मंकीपॉक्स के तीन केस मिल चुके हैं. केरल में 14 जुलाई को मंकीपॉक्स का पहला केस सामने आया था. इसके चार दिन बाद 18 जुलाई को दूसरे मामले की पुष्टि हुई थी फिर 22 जुलाई को तीसरा मामला सामने आया. तीनों मरीजों की ट्रैवल हिस्ट्री रिकॉर्ड की थी. ये तीनों ही मरीज यूएई से लौटे थे और वहीं किसी संक्रमित के संपर्क में आए थे.