सर्वोच्च न्यायालय ने EVM पर उठाए गए सवालों को किया खारिज

Update: 2024-11-26 12:13 GMT
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के बजाय चुनावों में बैलेट पेपर के इस्तेमाल की मांग वाली याचिका को खारिज कर दिया. जस्टिस विक्रम नाथ और पीबी वराले की पीठ ने कहा, 'जब आप चुनाव जीतते हैं, तो ईवीएम से छेड़छाड़ नहीं होती है. जब आप चुनाव हार जाते हैं, तो ईवीएम से छेड़छाड़ हो जाती है.'
याचिकाकर्ता केए पॉल ने कहा कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए मतपत्रों को फिर से लागू करना जरूरी है और ईवीएम से छेड़छाड़ की आशंका है. उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने दावा किया है कि ईवीएम से छेड़छाड़ की जा सकती है. उन्होंने एलन मस्क के इस दावे का भी हवाला दिया कि ईवीएम को हैक किया जा सकता है. हालांकि, पीठ ने कहा, 'जब चंद्रबाबू नायडू या रेड्डी हारते हैं, तो वे कहते हैं कि ईवीएम से छेड़छाड़ की जाती है. जब वे जीतते हैं, तो वे कुछ नहीं कहते. हम इसे कैसे देख सकते हैं? हम इसे खारिज कर रहे हैं.' जस्टिस नाथ ने कहा, 'यह वह जगह नहीं है जहां आप इस सब पर बहस कर सकते हैं.'
वैलेट पेपर से मतदान के अलावा, याचिका में कई दिशा-निर्देशों की मांग की गई है, जिसमें चुनाव आयोग को यह निर्देश देने की भी मांग की गई कि यदि कोई उम्मीदवार चुनाव के दौरान मतदाताओं को धन, शराब या अन्य भौतिक प्रलोभन वितरित करने का दोषी पाया जाता है, तो उसे कम से कम पांच साल के लिए अयोग्य घोषित किया जाए.
जब याचिकाकर्ता के.ए. पॉल ने कहा कि उन्होंने जनहित याचिका दायर की है, तो पीठ ने कहा, 'आपके पास दिलचस्प जनहित याचिकाएं हैं. आपको ये शानदार विचार कहां से मिले?' याचिकाकर्ता ने कहा कि वह एक ऐसे संगठन के अध्यक्ष हैं जिसने तीन लाख से अधिक अनाथों और 40 लाख विधवाओं को बचाया है. पीठ ने पलटवार करते हुए कहा, 'आप इस राजनीतिक क्षेत्र में क्यों उतर रहे हैं? आपका कार्य क्षेत्र बहुत अलग है.'
याचिकाकर्ता केए पॉल ने बताया कि वे 150 से अधिक देशों की यात्रा कर चुके हैं, तो पीठ ने उनसे पूछा कि क्या प्रत्येक देश में बैलेट पेपर से मतदान होता है या इलेक्ट्रॉनिक मतदान का प्रयोग होता है. याचिकाकर्ता ने कहा कि विदेशों ने मतपत्र से मतदान को अपना लिया है और भारत को भी इसका अनुसरण करना चाहिए. पीठ ने पूछा, 'आप बाकी दुनिया से अलग क्यों नहीं होना चाहते?'
पॉल ने दावा किया कि टेस्ला के सीईओ और सह-संस्थापक एलन मस्क ने कहा है कि ईवीएम से छेड़छाड़ की जा सकती है और उन्होंने कहा कि टीडीपी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू, आंध्र प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने दावा किया है कि ईवीएम से छेड़छाड़ की जा सकती है. पीठ ने कहा, 'जब चंद्रबाबू नायडू हार गए थे, तो उन्होंने कहा था कि ईवीएम से छेड़छाड़ की जा सकती है. अब इस बार जगन मोहन रेड्डी हार गए हैं, तो उन्होंने कहा है कि ईवीएम से छेड़छाड़ की जा सकती है.'
जब याचिकाकर्ता ने कहा कि सभी जानते हैं कि चुनावों में धन वितरित किया जाता है, तो पीठ ने टिप्पणी की, 'हमें कभी भी किसी चुनाव के लिए कोई धन नहीं मिला.' याचिकाकर्ता ने कहा कि उनकी याचिका में एक अन्य अनुरोध चुनाव प्रचार के दौरान धन और शराब के उपयोग को विनियमित करने के लिए एक व्यापक रूपरेखा तैयार करने तथा यह सुनिश्चित करने का था कि ऐसी प्रथाएं कानून के तहत प्रतिबंधित और दंडनीय हों. याचिका में जागरूकता बढ़ाने और सूचित निर्णय लेने के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए व्यापक मतदाता शिक्षा अभियान चलाने का निर्देश देने की मांग की गई.
याचिकाकर्ता ने कहा, आज 32 प्रतिशत शिक्षित लोग वोट नहीं डाल रहे हैं. यह कितनी बड़ी त्रासदी है. अगर लोकतंत्र इसी तरह खत्म होता रहेगा और हम कुछ नहीं कर पाएंगे तो आने वाले वर्षों में क्या होगा.
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