नई दिल्ली। मनी लाउंड्रिंग की आरोपी निलंबित IAS अधिकारी पूजा सिंघल और उनके पति अभिषेक झा के सीए सुमन कुमार को सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दे दी है. सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस एएस बोपन्ना और जस्टिस पीएस नरसिम्हा की अदालत ने गुरुवार को सुमन को नियमित जमानत की सुविधा प्रदान कर दी है. अदालत ने जमानत के लिये कुछ शर्त भी लगायी है, इसका उन्हें पालन करना होगा.
बता दें कि सुमन कुमार जेल में बंद निलंबित IAS अधिकारी पूजा सिंघल और उनके पति अभिषेक झा के सीए हैं. ED ने उनके आवास और कार्यालय पर हुई छापेमारी में लगभग 18 करोड़ रुपये और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए थे. सुमन मनरेगा घोटाला से जुड़े मनी लाउंड्रिंग के केस में अभियुक्त हैं।
ये था पूरा मामला
मनरेगा घोटाले की राशि की मनी लॉन्ड्रिंग की आरोपी निलंबित आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल एवं अन्य से जुड़े मामले में ईडी की ओर से अगली गवाही 12 अप्रैल को होगी। अदालत ने पूजा सिंघल एवं इंजीनियर शशि प्रकाश की न्यायिक हिरासत अवधि 12 अप्रैल तक बढ़ा दी है। जेल में बंद आरोपियों को कोर्ट में वीसी के माध्यम से पेश किया गया था। पूजा सिंघल 25 मई 2022 से जेल में है। पिछली सुनवाई में खूंटी के ईई सिकंदर साहू की गवाही दर्ज की गई थी।
ईडी ने झारखंड कैडर की निलंबित आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल की जमानत याचिका का विरोध करते हुए शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में दावा किया कि उन्होंने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हिरासत में रहने के दौरान अपना अधिकांश समय जेल से बाहर बिताया है। जस्टिस संजीव खन्ना, दीपांकर दत्ता और आगस्टीन जार्ज मसीह की पीठ ने ईडी के दावे को गंभीरता से लिया और उसे सिंघल के हिरासत में बिताए गए समय के विवरण के साथ एक चार्ट दाखिल करने को कहा।
ईडी की ओर से पेश अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल (एएसजी) एसवी राजू ने जमानत याचिका का विरोध करते हुए कहा कि सिंघल बहुत प्रभावशाली महिला हैं। हिरासत की कुल अवधि में से उन्होंने केवल 231 दिन जेल में और 303 दिन अस्पताल में बिताए हैं। बाकी समय वह जमानत पर बाहर रहीं। हमारे पास सीसीटीवी फुटेज मौजूद है, जिसमें उन्हें अस्पताल में घूमते देखा जा सकता है। लूथरा ने इसका प्रतिरोध किया और कहा कि सिंघल को बीमारियों के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जब पीठ ने राजू से पूछा कि सिंघल अस्पताल में हैं या अन्यत्र? इस पर एएसजी ने कहा कि वह रांची स्थित राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती हैं और अब भी वहीं हैं।