विधानसभा घेरने जा रहे छात्रों की पुलिस से भिड़ंत, लाठीचार्ज और पथराव, कई घायल
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रांची (आईएएनएस)| झारखंड सरकार की नई नियोजन नीति (रिक्रूटमेंट पॉलिसी) के खिलाफ गुरुवार दोपहर रांची में विधानसभा का घेराव करने जा रहे छात्रों को रोकने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। जवाब में प्रदर्शनकारी छात्रों ने पुलिस पर पत्थर फेंके। इस टकराव में कई छात्र और पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की ओर से लगाए गए बैरिकेड भी तोड़ दिए। प्रदर्शनकारी छात्रों के नेता जयराम महतो सहित कुछ अन्य लोगों को हिरासत में लिया गया है।
प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि सरकार ने जो नई नियोजन नीति लाई है उसमें प्रदेश की नौकरियों में नियुक्ति के लिए 60-40 का अनुपात लागू किया गया है। यानी 40 प्रतिशत पदों पर झारखंड के बाहर के राज्यों के अभ्यर्थियों का कब्जा हो जाएगा। छात्र तृतीय और चतुर्थ वर्ग की नौकरियां इस प्रदेश के मूल निवासी युवाओं के लिए आरक्षित करने की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा नियुक्तियों के लिए सरकार की ओर से जारी जिलावार आरक्षण के रोस्टर में कई जिलों में ओबीसी का आरक्षण शून्य कर दिए जाने पर भी विरोध जता रहे हैं।
छात्रों के संगठनों ने इस मुद्दे पर बीते दिनों राज्य के मंत्रियों से मुलाकात कर नियोजन नीति वापस लेने की मांग की थी। ऐसा न होने पर उन्होंने विधानसभा घेरने की चेतावनी दी थी। गुरुवार को झारखंड यूथ एसोसिएशन और झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन के बैनर तले लगभग दो हजार छात्र विधानसभा के पास स्थित शहीद मैदान में जमा हुए और वहां से दोपहर लगभग 12 बजे जुलूस की शक्ल में विधानसभा की ओर बढ़े। वे सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। छात्रों ने विधानसभा की ओर जा रहे मंत्री मिथिलेश ठाकुर की गाड़ी पर खाली बोतलें भी फेंकी। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने रास्ते में बैरिकेडिंग लगा रखी थी। छात्रों ने इसे तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश की तो पुलिसकर्मियों ने लाठीचार्ज कर दिया। आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए। इससे इलाके में भगदड़ की स्थिति मच गई। छात्रों के एक नेता जयराम महतो जमीन पर गिर पड़े। पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया है।
इधर छात्रों के पथराव में कई पुलिसकर्मियों को भी चोट आई हैं। तनाव को देखते हुए प्रशासन ने इलाके में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी है। इधर हिरासत में लिए गए छात्र नेता जयराम महतो ने कहा है कि आज भगत सिंह के शहादत दिवस पर पुलिस ने छात्रों के साथ बर्बरता की है, लेकिन अब यह आंदोलन रुकने वाला नहीं है। सरकार ने जो पॉलिसी लाई है, उसमें झारखंड में दो लाख पदों पर होने वाली नियुक्तियों में डेढ़ लाख पदों पर बाहर के लोग काबिज हो जाएंगे। यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।