Parwanoo. परवाणू। औद्योगिक नगर परवाणू के सेक्टर दो स्थित सडक़ किनारे बनी अवैध झुग्गी-झोपडिय़ों और खोखों पर हिमुडा विभाग द्वारा बुलडोजर चला दिया गया। हिमुडा द्वारा उक्त स्थान पर सडक़ निर्माण करने का कार्य शुरू करवाना है। इस कारण भी अवैध खोखे और झुग्गियों को हटाया जा रहा है। वहीं सेक्टर दो स्थित झुग्गी-झोपडिय़ों में रहने वाले और खोखों चलाने वाले का कहना है की हिमुडा विभाग नें सोमवार को यह नोटिस चिपकाया था और हमें झुग्गी-झोपडियों को खाली करने के लिए भी पर्याप्त समय भी नहीं दिया। वही विभाग की माने तो विभाग द्वारा वर्षों से हिमुडा की सरकारी जमीन पर बनाई गई अवैध झुग्गी-झोपडिय़ों को खाली करने के कई बार आदेश दिए जा चुके थे, कई-कई बार नोटिस भी लगाए जा चुके थे परंतु यह प्रवासी लोग सरकारी जमीन को खाली नहीं कर रहे थे। वहीं, बीते कुछ माह से परवाणू एवं परवाणू से सटे क्षेत्रों में अवैध झुग्गी-झोपडिय़ों द्वारा फैलाई जा रही गंदगी और गंदगी से बीमारियों के बहुत मामले निकल कर आरहे थे, जिस पर आज दिन तक सुधार नहीं किया गया।
ऐसे में सरकारी ज़मीन पर कब्जा कर बनाई गई अवैध झुग्गी-झोपडिय़ों पर हिमुडा विभाग का बुलडोजर फिरना तय था। अब प्रश्न यह उठता है की परवाणू के अन्य अवैध स्लम ऐरिया पर विभाग का बुलडोजर कब फिरेगा। इस अवसर पर परवाणू की जनता नें हिमुडा विभाग द्वारा उठाए गए इस कार्य की सराहना की और अन्य अवैध स्लम को हटाने का भी निवेदन किया। वहीं, जिला उपायुक्त ने बयान जारी किए था, जिसमें परवाणू हिमुडा विभाग को अवैध झुग्गी-झोपडिय़ों को हटाने में हमारी आवश्यकता होगी तो पुलिस विभाग एवं जिला प्रशासन हिमुडा के साथ मौके पर विभाग के सहयोग के लिए मौजूद रहेगा। वहीं, परवाणू से सटी टकसाल पंचायत भी हिमुडा विभाग को अवैध झूगियों को हटाने का पत्र लिख कर दे चुकी है। गौरतलब है की परवाणू के अवैध स्लम से पूरा परवाणू एवं पूरी टकसाल पंचायत परेशान थी, जिसका कारण सफाई व्यवस्था को दुरुस्त न रखना और बीमारी का गढ़ बनना मुख्य था। अब तो हालात ऐसे हो गए थे की अवैध झुग्गी-झोपडिय़ों में नशे का कारोबार भी फल-फूल रहा था, जिसके चलते गांजा बेचने को लेकर परवाणू थाना में दो मामले दर्ज किए जा चुके थे। वहीं, हिमुडा विभाग के अधिकारियों से मामले को लेकर संपर्क करने का प्रयास किया गया परंतु किसी भी अधिकारी द्वारा फोन नहीं उठाया।