सात साल पहले लगी स्ट्रीट लाइट हर वार्ड में खराब

Update: 2024-04-30 10:59 GMT
शिमला। राजधानी के नगर निगम शिमला का हाउस सोमवार को मेयर सुरेंद्र चौहान और डिप्टी मेयर उमा कौशल की अध्यक्षता में किया गया। कांग्रेस शासित नगर निगम का यह 11वां हाउस था। चुनाव आचार संहिता के चलते हाउस में रुके कार्यों पर चर्चा तो की गई। सोमवार को हुए इस हाउस में स्ट्रीट लाइटों को लेकर सभी पार्षदों ने हंगामा बोला है। पार्षदों का कहना है कि पूरे शहर में खराब स्ट्रीट लाइट्स हैं। शिकायत करने पर भी नगर निगम प्रशासन इन्हें दुरूस्त नहीं कर रहे हैं। विकासनगर वार्ड की पार्षद रचना भारद्वाज ने स्ट्रीट लाइटस को लेकर सवाल लगाया था। इस पर हाउस में उत्तर दिया गया कि उनके वार्ड की स्ट्रीट लाइटस को दुरूस्त कर दिया गया है, लेकिन इस पर सभी वार्डों के पार्षद भडक़ गए। मज्याठ वार्ड की पार्षद अनिता शर्मा ने कहा कि मैं हर रोज अधिकारियों को संपर्क करती हूं, लेकिन नगर निगम के अधिकारी आजकल में कार्य टाल रहे हैं।
इसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है। वहीं, ढली वार्ड की पार्षद कमलेश ने मेहता ने बताया कि सभी शिकायतें करीब दो महीने पहले की है, लेकिन अभी तक वार्ड में लाइट्स को ठीक ही नहीं किया जा रहा है। वहीं, कमलेश मेहता ने नगर निगम की कार्य प्रणाली पर भी सवाल करते हुए कहा कि नगर निगम दावे कर रहा है कि शहर में नई स्ट्रीट लाइट्स को लगाया जा रहा है, लेकिन ढली वार्ड में अभी तक एक भी लाइट नहीं लगाई गई है। इस पर हाउस ने कहा कि वार्ड के अनुसार लाइटस लगाने का कार्य किया जा रहा है। कंपनी की एक टीम के पांच सदस्य इस कार्य को कर रही है। ऐसे में भट्ठाकुफर के पार्षद नरेंद्र ठाकुर ने कहा कि बिना मैन पावर के कार्य कैसे हो सकता है। नगर निगम प्रशासन कंपनी को आदेश करें कि मैन पावर बढ़ाकर शहर में स्ट्रीट लाइट्स को लगाने का कार्य पूरा किया जाए। वहीं, भट्ठाकुफर के पार्षद नरेंद्र ठाकुर ने हाउस में प्रश्न किया कि नगर निगम 700 स्ट्रीट लाइट्स लगा रहा है, वह कहां है। कब तक उन स्ट्रीट लाइटस को लगाया जाना है। इस पर हाउस ने निगम प्रशासन को आदेश दिए कि मई तक इस कार्य को पूरा किया जाए।
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