लखनऊ (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने एम्स, नई दिल्ली, एसजीपीजीआई और अपोलो सहित देश के प्रमुख अस्पतालों में इलाज करा रहे मरीजों को लूटने वाले एक गिरोह के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है। गिरोह के सदस्य डॉक्टर बनकर मरीजों को बताते थे कि उनकी हालत गंभीर है और उन्हें तुरंत खून या प्लेटलेट्स की जरूरत है।
आरोपी की पहचान राहुल ठाकुर उर्फ करीम के रूप में हुआ है, जो कई फर्जी नामों से काम कर रहा था।
गुप्त सूचनाओं के आधार पर उसे यहां सुशांत गोल्फ सिटी थाना क्षेत्र के अवध शिल्प ग्राम के पास से गिरफ्तार किया गया।
एडिशनल एसपी, एसटीएफ, विशाल विक्रम सिंह ने कहा कि अपने कबूलनामे में राहुल ने कहा कि उसने दिल्ली के एक प्रमुख अस्पताल के ब्लड बैंक में एक दलाल के रूप में काम किया।
कोविड के समय में ब्लड बैंक का राजा नामक शख्स ने उसे रोगियों के लिए रक्त की व्यवस्था करने वाले समूह में शामिल होने का सुझाव दिया।
राहुल एक फर्जी खाते का उपयोग करके समूह में शामिल हुआ और विभिन्न सोशल मीडिया समूहों तक उसकी पहुंच थी।
राहुल के पास से नौ मोबाइल फोन, पांच सिम कार्ड, तीन एटीएम कार्ड बरामद हुए हैं।