Shimla. शिमला। राजधानी में संचार कंपनियों की बेतरतीब ढंग से झूल रही तारों के जंजाल को हटाने की मुहिम शुरू हो गई है। इस अभियान की शुरुआत बिजली बोर्ड ने शिमला से की है, जिसके बाद संचार कंपनियों में हडक़ंप है। सूत्रों के अनुसार इन कंपनियों के प्रतिनिधियों ने बिजली बोर्ड के अफसरों से दस दिन का समय मांगा है और कहा कि वह खुद ही तारों के जंजाल को दुरुस्त कर देंगे। अब देखना होगा कि वह इस पर क्या कदम उठाते हैं, क्योंकि बोर्ड ने बुधवार को अपनी मुहिम के तहत कुछ क्षेत्रों से तारों का जंजाल हटाया है। शहर के अलग-अलग वार्डों में दूरसंचार कंपनियों ने अपना नेटवर्क फैला रखा है और इनकी तारें यूं ही झूल रही हैं।
चाहे शिमला के बाजार हों या फिर वार्डों की गलियां यहां बेतरतीब ढंग से दूरसंचार कंपनियों की तारें झूल रही हैं। इतना ही नहीं, शिमला में केबल ऑपरेटरों की तारें भी इसी तरह से झूल रही हैं, जिनको भी हटाने की जरूरत है। बिजली बोर्ड ने शहर को सुंदर बनाए रखने के लिए इस तरह का अभियान छेड़ा है। इन तारों के जंजाल से शहर बेहद खराब दिखता है और इसकी सुंदरता को ग्रहण लग रहा है। ऐसे में बोर्ड के कर्मचारी बुधवार को कई वार्डों में गए और उन्होंने तारें हटाना शुरू कर दिया। इस पर दूरसंचार कंपनियों के प्रतिनिधियों ने बोर्ड के अधिकारियों से मुलाकात की और उनसे समय मांगा। कई कंपनियों के पास परमिशन है, लेकिन इस तरह से तारों का जंजाल डालने की परमिशन उनको भी नहीं है। ऐसे में बोर्ड के अधिकारियों ने उनको साफ हिदायत दी है।