
जालोर। जालोर शहर स्थित सार्वजनिक चिकित्सालय जो कि जिले का सबसे बड़ा राजकीय चिकित्सालय है और इतने बड़े अस्पताल में पिछले 3 महीने से एक भी सोनाग्राफी नहीं हुई। अस्पताल में औसत प्रतिदिन 25 से 30 सोनोग्राफी होती थी। अस्पताल में सोनोग्राफी करने वाले रेडियोलॉजिस्ट डॉ. नवीन चौहान 9 जुलाई से अवकाश पर है। इस बीच डॉक्टर दो दिन जरूर ड्यूटी पर आए, लेकिन सोनाग्राफी नहीं की। गौरतलब है कि शहर के सार्वजनिक चिकित्सालय में आस-पास के गांवों से बड़ी संख्या में मरीज पहुंचते है, और ये सभी आर्थिक रूप से कमजोर तबके के लोग होते है। वहीं मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य केंद्र में सोनाग्राफी सेंटर शुरू है, लेकिन सार्वजनिक चिकित्सालय से उसकी दूरी करीब 2 किलोमीटर है और वहां भी 2 बजे तक एंट्री वालों की ही सोनाग्राफी की जाती है। ऐसे में मरीज सार्वजनिक चिकित्सालय में चिकित्सक से जांच करवाकर सोनोग्राफी के लिए एमसीएच तक जाता है तो उस समय तक वहां भी क्लोजिंग हो जाती है। ऐसे में आर्थिक रूप से कमजारे तबके के मरीजों को मजबूरी वश निजी सोनोग्राफी सेंटर पर जाना पड़ता है।
वहीं निजी सेंटर पर भी सोनोग्राफी का न्यूनतम शुल्क 500 रुपए तक है। सोनोग्राफी डॉक्टर नवीन चौहान लम्बे समय से अवकाश पर है, इसलिए चिकित्सालय में सोनोग्राफी बंद है, हालांकि मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य केंद्र में सोनोग्राफी शुरू है। चिकित्सक अवकाश का कारण तो नहीं पता, लेकिन मुझे नहीं लगता कि वे आएंगे। शहर के सार्वजनिक चिकित्सालय में 7 जून के बाद एक भी सोनोग्राफी नहीं हुई है। यहां लगे रेडियोलॉजिस्ट डॉ. नवीन चौहान 9 जुलाई से अवकाश पर चल रहे है। जबकि डॉ. चौहान शहर में ही एक निजी क्लीनिक पर कार्य कर रहे है और यहां के मरीज इधर-उधर भटकने को मजबूर हो रहे है। वहीं गरीब मरीजों को मजबूरीवश निजी सोनोग्राफी सेंटर पर जाना पड़ रहा है। शहर के सार्वजनिक चिकित्सालय में औसतन प्रतिदिन 25 से 30 सोनाग्राफी होती थी। तीन महीने से सोनोग्राफी बंद होने के कारण करीब 2 हजार 250 मरीजों को बाहर जाना पड़ा है। इन मरीजों में भी सर्वाधिक गरीब लोग है, जिन्हें बाहर 500 से 1 हजार रुपए देने पड़े। सार्वजनिक चिकित्सालय में कार्यरत रेडियोलॉजिस्ट डॉ. नवीन चौहान 3 महीने से अवकाश लेकर शहर में ही चिकित्सालय के पास एक क्लीनिक पर प्रतिदिन सोनोग्राफी कर रहे है। इधर, सार्वजनिक चिकित्सालय में प्रतिदिन मरीज सोनोग्राफी के लिए सेंटर के आगे चक्कर काटकर परेशान हो रहे है।