सोनिया गांधी ने शरद पवार से फोन पर की बात

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Update: 2023-07-02 18:11 GMT
मुंबई। NCP नेता अजित पवार की बगावत के बाद पार्टी के नेता जयंत पाटिल ने कहा कि आज जो भी घटनाक्रम हुआ है, इसे लेकर हम पहले कानूनी राय लेंगे, इसके बाद कार्रवाई करेंगे. उन्होंने कहा कि अब एकनाथ शिंदे के लिए यह बड़ी चिंता का विषय है, क्योंकि अब उनकी ताकत कम हो जाएगी. शरद पवार ने भी अपना रुख साफ कर दिया है. पूरी एनसीपी शरद पवार के साथ रहेगी. कुछ लोग पार्टी की मंजूरी के बिना सरकार में शामिल हो गए हैं. पार्टी की मंजूरी के बिना और पार्टी के खिलाफ ये हुआ है. साथ ही कहा कि महाराष्ट्र में जो सियासी उथल-पुथल हुई है, उसके बाद सोनिया गांधी, राहुल गांधी, नीतीश कुमार, स्टालिन, ममता बनर्जी ने शरद पवार से फोन पर बातचीत की.
जयंत पाटिल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अजित पवार ने आज राजभवन में विधायकों के साथ बैठक की और शपथ ली. हालांकि एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने पार्टी का रुख स्पष्ट कर दिया है. शपथ लेने वालों ने खुद फैसला लिया है. वे पार्टी की लाइन और विचारधारा के खिलाफ गए हैं. एक पार्टी नेता के रूप में मैं पुष्टि कर रहा हूं कि पार्टी के सभी कार्यकर्ता और महाराष्ट्र के लोग आज जो हुआ उसकी आलोचना कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आज शपथ ग्रहण समारोह में जिन लोगों को बुलाया गया है, मुझे नहीं पता कि उन्होंने किन कागजों पर साइन किए. कुछ नेताओं ने शरद पवार को फोन किया और कुछ नेताओं ने मुझसे भी बात की. पार्टी के सभी लोग इस घटनाक्रम से अचंभित हैं.
अजित पवार के डिप्टी सीएम पद की शपथ लेने के बाद जयंत पाटिल ने कहा कि 5 जुलाई को दोपहर 1 बजे शरद पवार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है. इस बैठक में पवार साहब और अधिक स्पष्टता के साथ अपना पक्ष रखेंगे. हम सभी उनके साथ हैं और उनके रुख का समर्थन करेंगे.
एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा कि शपथ लेने वाले सिर्फ 9 लोग ही उनके साथ हैं. बाकी लोग अभी भी हमारे साथ हैं. इस घटनाक्रम के बाद कई लोगों ने मुझसे और शरद पवार से संपर्क किया है हमें बताया गया है कि कुछ कागजों पर हस्ताक्षर करवाए गए हैं. जयंत ने कहा कि मेरी जानकारी में वहां गए लोगों के लिए बहुत सी चीजों का वादा किया गया है. मैंने जितेन्द्र आव्हाड को पार्टी का सचेतक चुना है. कई विधायक अभी भी हमारे संपर्क में हैं. अगर उन्होंने किसी चीज़ पर साइन किए हैं तो मैं उन्हें दोष नहीं देता. कई विधायकों ने मुझसे कहा कि उन्हें यह भी नहीं पता कि उन्होंने किस कागजात पर हस्ताक्षर किए हैं.
महाराष्ट्र की राजनीति में रविवार दोपहर उस वक्त भूचाल आ गया, जब पता चला कि एनसीपी नेता और राज्य में विपक्ष के पूर्व नेता अजित पवार उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। राजभवन में आयोजित समारोह में अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। तो अब राज्य में दो उपमुख्यमंत्री होंगे, देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार। अजित पवार के साथ एनसीपी के 8 विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली। इसमें छगन भुजबल, हसन मुश्रीफ जैसे शरद पवार के बेहद करीबी माने जाने वाले नेता शामिल हैं।
इसके बाद एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने वर्तमान में एनसीपी की सटीक भूमिका को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस मौके पर उन्होंने एनसीपी, अजित पवार, शपथ लेने वाले विधायकों और अजित पवार का समर्थन करने वाले विधायकों की भूमिका पर बेबाक राय रखी। साथ ही उन्होंने अजित पवार को एक साल पहले दिए गए ऑफर के बारे में भी बताया। जयंत पाटिल ने बताया क‍ि पिछले साल जब अजित पवार विपक्ष के नेता बने, मैं विपक्ष का नेता था, मुझसे कहा गया कि आपको प्रदेश अध्यक्ष बनना चाहिए। उस समय वे विपक्ष के नेता बनना चाहते थे। भुजबल, हसन मशरिफ ने मुझसे कहा कि मैं पार्टी का काम देखूं। भुजबल और मुश्रीफ चाहते थे कि अजित पवार विपक्ष के नेता बनें।
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