हुनर! युवती ने भगवान गणेश की 121 माचिस की डिब्बों पर बनाई मिनिएचर पेंटिंग, 32 अवतारों को दिखाया
कोरोना महामारी की वजह से गणेश महोत्सव के अवसर पर गणपति बप्पा मोरिया के शब्दों से गुजरने वाला मंदिरों का शहर भुवनेश्वर शांत पड़ गया है. भुवनेश्वर में गणेश चतुर्थी के दिन भक्तों को पूजा मंडप या पंडालों में दर्शन करने की अनुमति नहीं है. इस बीच गणपति बप्पा की एक भक्त प्रियंका सहानी ने श्रद्धा और आस्था के साथ भगवान गणेश कि 121 माचिस की डिब्बों पर मिनिएचर पेंटिंग बनाई है. साथ ही प्रियंका ने डिब्बों पर पेंटिंग के माध्यम से गणपति बप्पा के 32 अवतारों को दर्शाया है.
प्रियंका साहनी भुवनेश्वर की रहने वाली हैं और मिनिएचर पेंटिंग करती हैं. प्रियंका ने गणेश महोत्सव के अवसर पर मिनिएचर पेंटिंग से 121 माचिस के डिब्बों पर गणपति बप्पा कि तस्वीर बनाई है. साथ ही इन सभी डिब्बों के बीच भगवान गणेश के 32 अवतारों को दर्शाया है.
आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक बातचीत में प्रियंका साहनी ने बताया कि 'मैं घर की सबसे छोटी बेटी हूं और गणपति बप्पा की एक बड़ी भक्त हूं. कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर गणेश महोत्सव पर भक्तों को शहर के पूजा मंडप या पंडालों में दर्शन की अनुमित नहीं है. जिसके बाद मन आशांत हो गया और मैंने गणपति बप्पा कि मिनिएचर पेंटिंग बनाने का निर्णय लिया.'
प्रियंका ने बताया कि 'मैंने श्रद्धा और आस्था के साथ गणपति बप्पा की तरह-तरह के 121 मिनिएचर पेंटिंग्स को माचिस के डिब्बों पर बनाया है. इन सभी डिब्बों के बीच गणेश के 32 अवतारों को दर्शाया गया है. साथ ही 21 डिब्बों पर केवल गणपति बप्पा का प्रिय मोदक का तस्वीर तैयार किया है. माचिस के डिब्बों पर बनी मोदक की तस्वीरों के बीच गणपति बप्पा मोरया लिखा है.'
प्रियंका ने बताया कि 'मैंने पहले माचिस के डिब्बों से सारी तिल्लियां को बाहर निकाल दिया. उसके बाद माचिस में तिल्लियां रखी जाने वाली जगह के पिछले भाग को अलग-अलग रंगों से पेंटिंग करने के लिए बेस तैयार किया. इस दौरान दो रंगों को मिलाकर तीसरा रंग तैयार किया और माचिस के डिब्बे पर भगवान गणेश की पेंटिंग की.'
उन्होंने बताया कि '121 माचिस के डिब्बों पर पेंटिंग के दौरान गणपति बप्पा के 32 अवतारों को पेंटिंग करने में ज्यादा समय लगा. इन 32 अवतारों में श्री बाल गणपति के छ: भुजाओं और लाल रंग का शरीर, श्री तरुण गणपति के आठ भुजाओं और रक्तवर्ण शरीर, श्री भक्त गणपति के चार भुजाओं वाला सफेद रंग का शरीर, श्री वीर गणपति के दस भुजाओं वाला रक्तवर्ण शरीर, श्री शक्ति गणपति के चार भुजाओं वाला सिंदूरी रंग का शरीर को दर्शाया गया है.'
वो बताती हैं कि '121 माचिस के डिब्बों पर गणपति की तस्वीर बनाने में डेढ़ दिन लगा है. इन सभी के बीच अवतारों की भुजाओं को बनाने में काफी समय लगा. मिनिएचर आर्ट में पेंटिंग का काम चुनौतीपूर्ण होता है. एक बार पेंटिंग ब्रश या पेन इधर-उधर हो जाने से पूरी पेंटिंग बर्बाद हो जाती है. मिनिएचर आर्ट के लिए धैर्य रखना बहुत जरूरी है.' वो कहती हैं कि मैं कला के माध्यम से गणपति बप्पा से प्रार्थना करती हूं कि हम सभी को जल्द से जल्द कोरोना महामारी से मुक्त करें. हम पहले की तरह सामान्य जीवन शैली के साथ जीना चाहते हैं.
प्रियंका साहनी एक मिनिएचर आर्टिस्ट होने के साथ-साथ बेंगलुरु की निजी कंपनी में सॉफ्टवेयर डेवलपर का काम भी करती हैं. प्रियंका अपने परिवार के साथ भुवनेश्वर में रहती हैं. प्रियंका खूबसूरत मिनिएचर पेंटिंग में काफी लोकप्रिय हैं. इससे पहले उन्होंने महाप्रभु जगन्नाथ और टोक्यो ओलंपिक्स पर कई पेंटिंग तैयार की है.
बता दें कि, भुवनेश्वर नगर निगम में कोरोना महामारी के मद्देनजर गणेश उत्सव पर लोगों को पूजा मंडप और पंडालों में दर्शन की अनुमति नहीं दी है.