कोरोना से बिगड़े हालात: लगातार डॉक्टर और नर्स भी हो रहे संक्रमित, सरकारी विभागों की छुट्टी रद्द की गई

कोरोना मरीजों की तुलना में अस्पताल में भर्ती रोगियों की संख्या कम है लेकिन उससे पहले ही यहां के स्वास्थ्य कर्मचारी संक्रमण की चपेट में आने लगे हैं।

Update: 2022-01-06 02:51 GMT

नई दिल्ली: कोरोना मरीजों की तुलना में अस्पताल में भर्ती रोगियों की संख्या कम है लेकिन उससे पहले ही यहां के स्वास्थ्य कर्मचारी संक्रमण की चपेट में आने लगे हैं। अब तक 12 अलग अलग अस्पतालों में 465 से ज्यादा स्वास्थ्य कर्मचारी कोरोना संक्रमित हुए हैं जिनमें से अधिकांश घरों में क्वारंटीन हैं। इस पर दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह स्वास्थ्य कर्मचारी मरीजों के संपर्क में आने से संक्रमित नहीं हुए हैं। करीब 90 फीसदी कर्मचारी अस्पतालों से बाहर संक्रमित हो रहे हैं।

दरअसल दिल्ली के लगभग सभी जिलों में कोरोना संक्रमण का असर देखने को मिल रहा है। दक्षिणी और दक्षिणी पश्चिम जिले में संक्रमण दर चार से पांच फीसदी तक पहुंच गई है। ऐसे में दैनिक मामले भी हजारों की संख्या में सामने आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि दूसरे लोगों की तरह स्वास्थ्य कर्मचारी भी संपर्क में आकर संक्रमित हो रहे हैं लेकिन अस्पतालों में भर्ती कोविड मरीजों के संपर्क में आने के बाद संक्रमित होने के मामले बहुत ही कम हैं।
बहरहाल स्वास्थ्य कर्मचारियों के लगातार चपेट में आने की वजह से राजधानी के लगभग सभी बड़े अस्पतालों में कर्मचारियों का संकट गहराने लगा है। डॉक्टरों का कहना है कि हर दिन अस्पतालों में कोविड मरीजों की संख्या बढ़ रही है। ऐसे में अगर जल्द ही इसका समाधान नहीं निकाला गया तो स्थिति काफी जटिल हो सकती है। अस्पतालों के पास पहले से ही स्टाफ की कमी है।
जानकारी के अनुसार पिछले एक सप्ताह में सबसे अधिक स्वास्थ्य कर्मचारी कोरोना संक्रमण की चपेट में आए हैं। अब तक सबसे अधिक एम्स में 55 डॉक्टर और 80 स्वास्थ्य कर्मचारी कोरोना संक्रमित हुए हैं। इनमें बड़ी संख्या अस्पताल में कार्यरत सुरक्षा गार्ड और पैरामेडिकल के अलावा गैर चिकित्सीय सेवाओं में कार्यरत कर्मचारियों की है। इनके अलावा सफदरजंग अस्पताल में 52 डॉक्टर और 12 नर्स संक्रमित हैं।
इनके अलावा उत्तरी दिल्ली नगर निगम के अधीन हिंदूराव मेडिकल कॉलेज में 12 डॉक्टर और 3 नर्स, रोहिणी स्थित अंबेडकर अस्पताल में पांच डॉक्टर तीन इंटर्न, दो नर्स, लोकनायक अस्पताल में 15 डॉक्टर व तीन नर्स कोरोना संक्रमित मिली हैं। इनके अलावा आरएमएल अस्पताल में 30 डॉक्टर समेत 65 स्वास्थ्यकर्मी और नई दिल्ली स्थित लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के दोनों ही अस्पतालों को मिलाकर 70 से अधिक स्वास्थ्य कर्मचारी कोरोना संक्रमित हैं।
इसी तरह यमुनापार दिल्ली के बड़े अस्पतालों की बात करें तो जीटीबी अस्पताल में 35, डॉ. हेडगेवार अस्पताल में 12 और चाचा नेहरु बाल चिकित्सालय में आठ से अधिक स्वास्थ्य कर्मचारी संक्रमित हैं। इन सभी अस्पतालों में संक्रमित स्वास्थ्य कर्मचारियों को होम क्वारंटीन किया गया है। अधिकांश में संक्रमण के लक्षण पाए जा रहे हैं।
दिल्ली एम्स के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि लगातार कर्मचारियों के संक्रमित होने की वजह से शीतावकाश को रद्द करते हुए बाकी डॉक्टरों को ड्यूटी पर बुलाया गया है। इसके अलावा जिन लोगों में संक्रमण के लक्षण नहीं हैं उन्हें तत्काल वापस बुलाया जा रहा है। कर्मचारियों के संक्रमित होने की वजह से स्टाफ की कमी को लेकर समस्या आ रही है। इसे लेकर प्रबंधन विचार कर रहा है। जल्द ही कोई समाधान निकाला जाएगा।
दिल्ली सरकार ने सभी कर्मचारियों को काम पर वापस बुलाया
दिल्ली सरकार ने सभी विभागों में कार्यरत कर्मचारियों की छुट्टी रद्द कर दी हैं। सभी कर्मचारियों को काम पर वापस बुलाया है। हालांकि सरकार ने चिकित्सीय अवकाश को लेकर छूट दी है। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) के निर्देश पर बुधवार देर शाम सरकार ने निर्देश जारी किए। इसके तहत चिकित्सीय अवकाश को छोड़ अन्य अवकाशों पर गए कर्मचारियों को तत्काल वापस काम पर लौटना है। आगामी दिनों में अन्य तरह के सभी अवकाशों पर अस्थायी रोक भी लगाई है।
दरअसल कोरोना संक्रमण का असर दिल्ली की जनता के साथ साथ सरकारी विभागों पर भी पड़ रहा है। हर दिन हजारों की संख्या में लोग कोरोना संक्रमित हो रहे हैं। इनमें दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों में कार्यरत कर्मचारी और उनके परिवार भी शामिल हैं। साथ ही अन्य अवकाशों पर भी कर्मचारी हैं। ऐसे में विभागों में सरकारी काम का संकट भी गहराने लगा है। इसीलिए दिल्ली सरकार ने अवकाशों को रद्द करने का आदेश जारी किया।
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