Shimla. शिमला। देश में इंदिरा गांधी सरकार द्वारा लगाई गई एमर्जेंसी की वर्षगांठ पर भाजपा शिमला मंडल द्वारा मौन जुलूस का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता मंडल अध्यक्ष सुनील धर द्वारा की गई। इसमें भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री सुरेश भारद्वाज और प्रदेश मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा विशेष रूप से उपस्थित रहे। मौन जुलूस सीटीओ से वाइब्रेशन हॉल गंज बाजार तक चला। उसके उपरांत जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन वाइब्रेशन हॉल में किया गया, जिसमें नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। जयराम ने कहा कि आपातकाल भारत का सबसे कला अध्याय है। उन्होंने कहा की कांग्रेस सरकार के पास विधायकों को सीपीएस बनाकर अतिरिक्त सुविधाएं देने के लिए पैसे हैं। पूरे प्रदेश में नया दौर और व्यवस्था परिवर्तन के होर्डिंग लगाने के पैसे हैं। मगर मात्र 80 लोकतंत्र प्रहरियों को देने के लिए पैसे नहीं हैं।
यहां बात पैसे की नहीं बात नीयत की है। एमर्जेंसी थोपकर लोकतंत्र का गला घोंटने वाली पार्टी आखिर उन लोगों का सम्मान कैसे कर सकती है, जिन्होंने देश को एक परिवार की तानाशाही से मुक्त करवाया था। यह दिखाता है कि न तो कांग्रेस को लोकतंत्र में विश्वास है और न ही उसे लोकतंत्र के लिए लडऩे वालों की कोई कद्र है। देश में तो फिर से लोकतंत्र बहाल हो गया था मगर कांग्रेस पार्टी में लोकतंत्र हमेशा के लिए खत्म हो गया। आज भी कांग्रेस एक ही परिवार के हित की पार्टी बनकर रह गई है। हिमाचल में भी यही तानाशाही देखने को मिल रहा है। हम इन्हें निरंकुश होने नहीं देंगे। इनके गलत फैसलों का विरोध करेंगे। सुरेश भारद्वाज ने कहा कि लोकतंत्र प्रहरी सम्मान निधि को बंद करने वाली कांग्रेस पार्टी की प्रवृत्ति ही कुछ ऐसी है कि संविधान की हत्या वह पहले से ही करते आए हैं। भाजपा मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा ने कहा कि 25 जून 1975 को देश में एमर्जेंसी लगी थी, जिसको भारतीय जनता पार्टी और पूरा देश काला दिवस के रूप में मनाता है। कार्यक्रम में राजीव पंडित, रामा ठाकुर, प्यार सिंह, सुनील धर,कुसुम सदरेट, राकेश शर्मा, हनीश चोपड़ा, राजीव पंडित, संजीव ठाकुर, दीपक शर्मा, सुशील चौहान, गगन लखनपाल, जय लाल ठाकुर, अनूप वेद, केशव व बिट्टू पाना आदि उपस्थित रहे।