पंजाब में 4 कार्यकारी अध्यक्षों के साथ सिद्धू बनेंगे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष
कांग्रेस हाईकमान की मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की नाराजगी को थामने की पहल कामयाब होने के बाद अब नवजोत सिंह सिद्धू का प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनने का रास्ता लगभग साफ हो गया है।
नई दिल्ली, कांग्रेस हाईकमान की मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की नाराजगी को थामने की पहल कामयाब होने के बाद अब नवजोत सिंह सिद्धू का प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनने का रास्ता लगभग साफ हो गया है। इसी के साथ पार्टी ने सिद्धू समेत पंजाब कांग्रेस में होने वाले बदलाव के स्पष्ट संकेत भी दे दिए हैं। चंडीगढ़ से अमरिंदर को मनाकर दिल्ली लौटते ही पंजाब के प्रभारी कांग्रेस महासचिव हरीश रावत ने कैप्टन-सिद्धू के बीच जारी विवाद का हल निकलने की ओर इशारा करते हुए कहा कि अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के फैसले को स्वीकार करने की बात दोहरायी है।
सिद्धू को मुख्यमंत्री से मिलकर गिले-शिकवे दूर करने को कहा जाएगा
सूबे के सामाजिक समीकरण को साधने के लिए पंजाब में चार कार्यकारी अध्यक्षों की नियुक्ति करने के भी पुख्ता संकेत कांग्रेस ने दिए हैं। पार्टी ने संकेत दिया है कि सिद्धू की नियुक्ति के एलान से पहले पंजाब कांग्रेस की मौजूदा कड़वाहट को खत्म करने की पहल भी होगी। इस क्रम में सिद्धू को अमरिंदर सिंह से मिलकर गिले-शिकवे दूर करने को कहा जाएगा। सूत्रों का कहना है कि हरीश रावत से बातचीत के दौरान कैप्टन ने सिद्धू के व्यवहार और उन पर किए गए सियासी हमलों को लेकर क्षोभ जाहिर किया।
सोनिया ने रावत को सौंपा था सहमति हासिल करने का जिम्मा
सिद्धू को अध्यक्ष बनाने के संकेतों के बाद कैप्टन ने सोनिया गांधी को पहले फोन कर उसके बाद पत्र भेजकर नाराजगी जाहिर की थी। इसके बाद सोनिया ने रावत को विशेष दूत के तौर पर चंडीगढ़ जाकर अम¨रदर से सुलह फार्मूले पर सहमति हासिल करने का जिम्मा सौंपा था। बताया जाता है कि कैप्टन ने हाईकमान की बात मानने की हामी तो भर दी है, मगर सिद्धू के सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की बात भी कही।
कांग्रेस अध्यक्ष का फैसला मानने को अमरिंदर तैयार
पंजाब कांग्रेस के झगड़े का हल निकलने और सिद्धू को अध्यक्ष बनाने के प्रस्ताव पर कैप्टन की नाराजगी दूर करने का संदेश हरीश रावत ने ट्वीट के जरिये दिया। उन्होंने कहा, मैं कैप्टन अमरिंदर से मिलकर अभी-अभी दिल्ली लौटा हूं। बहुत सारी बातें जो चर्चा में हैं, वे निर्मूल साबित हुई हैं। कैप्टन साहब ने दोहराया है कि कांग्रेस अध्यक्ष पंजाब के बारे में जो भी निर्णय करेंगी वह मुझे स्वीकार होगा।
हाईकमान के एलान से पहले ही सक्रिय हुए सिद्धू
हाईकमान के एलान से पहले ही पंजाब में सिद्धू सक्रिय हो गए हैं और पूर्व कांग्रेस अध्यक्षों के अलावा सूबे के प्रमुख पार्टी नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। अब निगाहें सिद्धू और कैप्टन के बीच प्रस्तावित गिले शिकवे दूर करने वाली मुलाकात पर है। उम्मीद की जा रही है कि कांग्रेस नेतृत्व इसके उपरांत पंजाब कांग्रेस में बदलावों की घोषणा कर देगा।