कांग्रेस नेता के बाद मौजूदा मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई हैं, जो 34.1 प्रतिशत मतदाताओं की पसंद हैं। जद (एस) के नेता और एक अन्य पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी 18.1 प्रतिशत मतदाताओं की पहली पसंद बनकर तीसरे स्थान पर हैं।कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार ने चुनाव से पहले खुले तौर पर मुख्यमंत्री बनने की अपनी महत्वाकांक्षा की घोषणा की थी और उन्हें राजनीतिक विश्लेषकों द्वारा एक मजबूत दावेदार माना जाता है।
फिर भी, एग्जिट पोल से पता चलता है कि कर्नाटक में मतदाता इस विचार को साझा नहीं करते हैं, केवल 4.2 प्रतिशत मतदाताओं ने शिवकुमार को सीएम पद के लिए अपनी पसंद बताया है। सिद्दारमैया पहले जद (एस) के मजबूत नेता माने जाते थे और उन्हें पार्टी संरक्षक व पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौड़ा का सान्निध्य मिला हुआ था। लेकिन देवेगौड़ा ने जब अपने बेटे कुमारस्वामी को अपना उत्तराधिकारी बनाने का फैसला लिया तो नाराज सिद्दारमैया ने पार्टी छोड़ दी और 2005 में कांग्रेस में शामिल हो गए। 2013 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के लिए एक शानदार जीत ने उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में पदोन्नत किया। 2018 में सिद्दारमैया दो सीटों से चुनाव लड़े और उनमें से एक पर हार गए। उनका समर्थन आधार दलित और मुस्लिम समुदायों के बीच अविश्वसनीय रूप से मजबूत दिखाई देता है।
जबकि कर्नाटक में 54 प्रतिशत दलित मतदाता उन्हें अगले मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं, लगभग 69 प्रतिशत मुस्लिम मतदाता समान दृष्टिकोण साझा करते हैं। सिद्दारमैया कर्नाटक के अधिकांश क्षेत्रों में लोकप्रिय हैं, जबकि वर्तमान मुख्यमंत्री बोम्मई तटीय कर्नाटक और ग्रेटर बैंगलोर में बढ़त रखते हैं।