हिंदू पंचाग के अनुसार, रक्षाबंधन का त्योहार श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है. सावन की पूर्णिमा तिथि 11 अगस्त को सुबह 10.37 बजे से शुरू हो गई और ये अगले दिन यानी 12 अगस्त को सुबह 07.06 बजे तक रहेगी. भद्रा की वजह से कई लोगों ने 11 अगस्त यानी गुरुवार को रक्षाबंधन नहीं मनाया. हालांकि, पंडितों का कहना है कि भद्रा पाताल लोक में है इसलिए पृथ्वी पर मान्य नहीं है. अगर आपने 11 अगस्त को भाई नहीं राखी बांधी है तो 12 अगस्त यानी आज के लिए पूर्णिमा तिथि का समय और शुभ मुहूर्त जरूर जान लें.
अगर आप आज राखी का त्योहार मनाने की सोच रहे हैं तो इसमें समय का विशेष ध्यान रखना होगा. आज पूर्णिमा तिथि सुबह 07 बजकर 06 मिनट तक ही रहेगी. इसलिए आप सुबह 07.06 बजे तक ही भाई की कलाई पर राखी बांध सकते हैं. इसके बाद भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि लग जाएगी, जिसमें राखी का त्योहार मनाने की परंपरा नहीं है. बेहतर होगा कि आप सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद भाई को समय पर राखी बांध दें.
रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहन के बीच स्नेह का प्रतीक है. इस दिन बहनें भाई की कलाई पर रक्षा का सूत्र बांधती हैं और उनसे अपनी रक्षा का वचन लेती हैं. भाई को सामने बिठाकर सबसे पहले रोली से उसका तिलक किया जाता है. फिर माथे पर अक्षत लगाए जाते हैं. इसके बाद थाली में दीपक प्रज्वलित करके भाई की आरती उतारी जाती है. फिर मिठाई खिलाकर ईश्वर से उसके जीवन में सुख-संपन्नता की प्रार्थना की जाती है. इसके बदले में भाई अपनी बहन को कोई उपहार भी दे सकता है.
राखी बांधते समय इस मंत्र का जाप करें बहनें (Raksha Bandhan 2022 Mantra)
ॐ येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबलः.
तेन त्वामपि बध्नामि रक्षे मा चल मा चल..
रक्षा बंधन के दिन ना करें ये गलतियां (Raksha Bandhan 2022 Puja Rules)
रक्षा बंधन के दिन आज भाइयों को राखी बांधते समय मुहूर्त का खास ख्याल रखें. पूर्णिमा तिथि 12 अगस्त को सुबह 7 बजे तक ही है, ऐसे में इसके बाद राखी ना बांधें. राखी बांधते समय इस बात का ख्याल रखें कि भाई या बहन का मुख दक्षिण दिशा की तरफ नहीं होना चाहिए. दक्षिण दिशा को यम यानी मृत्यु की दिशा मानी जाती है. इस दिशा में मुख करके काम करने से आयु कम होती है. राखी के दिन भाई को तिलक लगाने के लिए चंदन या फिर रोली का इस्तेमाल करें, सिंदूर का नहीं. भाई को राखी बांधने के लिए जो थाली तैयार करें, उसमें टूटे अक्षत नहीं रखें. पूजा में जो दीपक रखें, वह टूटा-फूटा ना हो.
रक्षा बंधन के दिन बहनों और भाइयों को भूलकर भी काले रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए. इस दिन बहनों को भाइयों को ऐसी राखी नहीं बांधनी चाहिए जिसमें काला रंग हो और ना ही भाइयों को इस दिन बहनों को काले रंग के उपहार देने चाहिए.