भूकंप से हिली असम की धरती

Update: 2024-11-24 01:10 GMT

असम। पर्वतीय दीमा हसाओ जिले में शनिवार रात भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 3.8 मापी गई। एक आपदा प्रबंधन अधिकारी ने बताया कि भूकंप दीमा हसाओ जिले और आसपास के इलाकों में रात करीब 11.05 बजे महसूस किया गया। जानमाल के नुकसान की तत्काल कोई सूचना नहीं है। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (एनसीएस) के अनुसार, भूकंप के केंद्र सतह से 10 किलोमीटर की गहराई पर था।

असम में शनिवार को आया भूकंप पहाड़ी पूर्वोत्तर राज्यों में एक महीने से भी कम समय में आया छठा ऐसा भूकंप है। इससे पहले 22 नवंबर को मणिपुर के बिष्णुपुर जिले और आसपास के इलाकों में रिक्टर पैमाने पर 3.6 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें किसी तरह के नुकसान या हताहत होने की खबर नहीं है। इसका केंद्र सतह से 10 किलोमीटर की गहराई पर था। अरुणाचल प्रदेश के पश्चिमी कामेंग जिले और आसपास के इलाकों में 21 नवंबर को रिक्टर पैमाने पर 3.5 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया जिसका केंद्र सतह से पांच किलोमीटर की गहराई पर था।

सिक्किम की राजधानी गंगटोक और हिमालयी राज्य के आस-पास के इलाकों में 12 नवंबर को रिक्टर पैमाने पर 3.5 तीव्रता का हल्का भूकंप आया। उसी दिन असम के पहाड़ी जिले कार्बी आंगलोंग में 3.6 तीव्रता का भूकंप आया जिसका केंद्र सतह से 20 किलोमीटर की गहराई पर था। अरुणाचल प्रदेश के कामले और आस-पास के इलाकों में 28 अक्टूबर को रिक्टर पैमाने पर 4.3 तीव्रता का एक और भूकंप आया था जिसका केंद्र गहराई 10 किलोमीटर की गहराई पर था।

पहाड़ी पूर्वोत्तर क्षेत्र में कम से कम एक राज्य में हर हफ्ते भूकंप आता है, जिसमें अधिकांश झटके रिक्टर पैमाने पर तीन से चार तीव्रता के होते हैं। पहाड़ी पूर्वोत्तर राज्यों, खासकर असम, मिजोरम और मणिपुर में लगातार भूकंप से सार्वजनिक और निजी बिल्डरों को भूकंपरोधी संरचनाएं बनाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। भूकंप विज्ञानी पहाड़ी पूर्वोत्तर क्षेत्र को दुनिया का छठा सबसे अधिक भूकंप-संभावित क्षेत्र मानते हैं। साल 1950 में रिक्टर पैमाने पर 8.7 की तीव्रता वाले भूकंप के कारण ब्रह्मपुत्र नदी का मार्ग बदल गया था, जो पूर्वोत्तर क्षेत्र के मुख्य वाणिज्यिक केंद्र, भीड़भाड़ वाले गुवाहाटी शहर से होकर गुजरती है।

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