बीजेपी को झटका: NDA से अलग हुआ बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट, इस पार्टी से मिलाया हाथ
असम विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के एक दिन बाद राज्य की प्रमुख क्षेत्रीय पार्टियों में से एक बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) ने आज शनिवार को बताया कि पार्टी ने बीजेपी के साथ सभी संबंधों को खत्म कर लिया है और अब कांग्रेस की अगुवाई वाले महागठबंधन में शामिल हो गया है.
बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) के अध्यक्ष हागरामा मोहिलारी ने ट्विटर पर कहा, 'शांति, एकता और विकास को लेकर काम करने के लिए बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) ने आगामी असम विधानसभा चुनाव में महाजाथ (MAHAJATH) के साथ हाथ मिलाने का फैसला किया है. हम अब बीजेपी के साथ दोस्ती या गठबंधन नहीं करेंगे.'
बीपीएफ ने 2016 में हुए असम विधानसभा चुनावों में 12 सीटों पर जीत हासिल की थी.
इससे पहले, असम के वित्त मंत्री और बीजेपी की अगुवाई वाली नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस (NEDA) के संयोजक डॉक्टर हेमंत बिस्वा सरमा ने कहा था कि बीजेपी राज्य में 2021 के विधानसभा चुनावों में बीपीएफ के साथ गठबंधन बनाए रखने के लिए इच्छुक नहीं है.
बीजेपी ने पहले ही घोषणा की थी कि सत्तारूढ़ पार्टी ने पूर्व बोडो छात्रों के नेता और बोडोलैंड क्षेत्रीय परिषद (बीटीसी) के मुख्य कार्यकारी सदस्य प्रमोद बोडो के नेतृत्व में नवगठित यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) के साथ गठबंधन कर लिया है.
बीजेपी, यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) और गण शक्ति पार्टी (जीएसपी) ने नई बीटीसी का गठन किया है और हाल ही में बीटीसी चुनावों में बीजेपी ने 9 सीटें तो बीपीएफ ने 17 सीटें जीतीं. वहीं यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) ने 12 सीटें जीती जबकि कोकराझार के सांसद नबा कुमार सरानिया की अगुवाई वाली गण शक्ति पार्टी (जीएसपी) और कांग्रेस ने एक-एक जीत हासिल की.
असम में तीन चरणों में मतदान
चुनाव आयोग ने शुक्रवार को असम के अलावा पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी के लिए चुनाव तारीखों की घोषणा की. असम में विधानसभा चुनाव 27 मार्च से शुरू होने वाले तीन चरणों में होंगे.
126 सदस्यीय असम विधानसभा के लिए होने वाले चुनाव के पहले चरण का मतदान 27 मार्च को और अंतिम (तीसरा) चरण 6 अप्रैल को होगा. सभी चरणों के वोटों की गिनती 2 मई को होगी. वर्तमान असम विधानसभा का कार्यकाल 31 मई को समाप्त होने वाला है.