शोएब अख्तर ने किया खुलासा, विराट कोहली ने खुद कप्तानी नहीं छोड़ी, मजबूर किया गया
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नई दिल्ली: विराट कोहली ने कुछ दिनों पहले टेस्ट कप्तानी से इस्तीफा दे दिया था. विराट के इस फैसले से क्रिकेट फैंस दंग रह गए थे. फैसले के बाद विराट कोहली तीनों फॉर्मेट में बतौर बल्लेबाज खेलते हुए दिखाई दे रहे हैं. यहां तक कि आईपीएल में भी कोहली विशेषज्ञ बल्लेबाज के तौर पर भाग लेंगे.
अब पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने विराट कोहली के कप्तानी छोड़ने पर बड़ी बात कही है. अख्तर ने आजतक को दिए इंटरव्यू में कहा कि कोहली के खिलाफ एक लॉबी बन गई थी, जिसके चलते विराट कप्तानी छोड़ने को मजबूर हुए.
अख्तर ने बताया, 'विराट के लिए यह एक मुश्किल परिदृश्य था. मुझे पता था कि अगर वह टी20 वर्ल्ड कप नहीं जीतते हैं तो यह उनके लिए एक बड़ी समस्या बन जाएगी और ऐसा हुआ भी. उनके खिलाफ लॉबी है और कुछ लोग उनके खिलाफ हैं. यही वजह है कि उन्होंने पद छोड़ दिया. अब जब यह हो गया है, तो उन्हें अभी कड़ी मेहनत करने की जरूरत है ना कि ज्यादा मेहनत करने की. इसे सरल रखें और अपना नेचुरल क्रिकेट खेलें.'
'कप्तानी करना कोई आसान काम नहीं है, आपको बहुत सी चीजों को संभालना होता है और उस जॉब के चलते काफी तनाव भी आता है. अब जब वह कप्तानी से बाहर हैं, तो उन्हें बस यह सुनिश्चित करना होगा कि वह अपने क्रिकेट का आनंद उठाएं. वह महान हैं और उन्हें यह जानना चाहिए. उन्हें बस अपना वैल्यू बढ़ाना है.'
उन्होंने बताया, 'जब भी कोई खिलाड़ी स्टार का दर्जा प्राप्त करता है तो उसे हमेशा समस्याओं का सामना करना होता है, लेकिन डरने की बात नहीं है. अनुष्का बहुत अच्छी महिला हैं और विराट एक महान इंसान हैं. उन्हें बस बहादुर होने की जरूरत है और किसी चीज से डरने की जरूरत नहीं है. पूरा देश उनसे प्यार करता है, बस यह उनके लिए परीक्षा की घड़ी है और मजबूती से बाहर आने की जरूरत है.'
अख्तर ने कहा, 'अगर विराट अगले पांच-छह महीनों में अच्छा प्रदर्शन कर पाते हैं तो उन्हें कप्तानी छोड़ने के फैसले पर खुशी होगी. कोहली खुद से कहेंगे कि वह 120 अंतरराष्ट्रीय शतक लगा सकते हैं. अगले 50 शतक अब उनके अंदर मौजूद गुस्से की वजह से होंगे. और यह गुस्सा लोगों पर नहीं बल्कि उनकी बल्लेबाजी में दिखता है.'
रोहित एक महान प्लेयर हैं
अख्तर ने बताया, 'रोहित शर्मा एक महान खिलाड़ी हैं और इसमें कोई शक नहीं है. एक कप्तान के तौर पर वह कैसा प्रदर्शन करता है यह तो समय ही बताएगा, लेकिन मुझे लगता है कि उनके कंधे पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है. यहां तक कि रवि शास्त्री भी नहीं होंगे और भारतीय क्रिकेट ने उन्हें उनका उचित श्रेय नहीं दिया.'
'भारतीय क्रिकेट रवि शास्त्री का ऋणी है और मुझे यह भी नहीं पता कि वे यह जानते हैं या नहीं. वह हर प्लेयर्स के लिए पिता तुल्य थे और उन्होंने बहुत अच्छा काम किया है. उन्हें और राहुल द्रविड़ को शुभकामनाएं. उनकी क्षमता पर कोई संदेह नहीं है. रोहित की बल्लेबाजी और द्रविड़ की कोचिंग पर कोई संदेह नहीं है, लेकिन जो मायने रखता है वह यह है कि वे अब क्या कर सकते हैं. मुझे यकीन है कि वह कुछ सही करेंगे लेकिन यह तो समय बताएगा.'
गेंदबाज क्यों नहीं बन सकता कैप्टन?
शोएब अख्तर ने बताया, 'भारतीय टीम एक तेज गेंदबाज को अपना कप्तान क्यों नहीं बना लेती. कपिल देव 1983 में भारत के लिए कप्तान थे. यह धारणा है कि बल्लेबाज गेंदबाजों से ज्यादा चालाक होते हैं। ऐसा नहीं है कि बल्लेबाज गेंदबाजों से ज्यादा आक्रामक होते हैं, तेज गेंदबाज हमेशा आपको मैच जिताकर देते हैं. हमारा दृष्टिकोण बहुत अलग रहता है.'