जहां-जहां पड़े राहुल-भूपेश के पांव, वहां-वहां बंठाधार, ससुर-दामाद की सेवा क्यों करें कांग्रेसी...
दुर्गति: जितने वोट से सोनी जीते उतना वोट भी नहीं पा सके कांग्रेस प्रत्याशी कन्हैया अग्रवाल से भी कम वोट मिले, कांग्रेस को गर्त में धकेला
रायपुर। रायपुर दक्षिण विधानसभा के उपचुनाव में भाजपा की ऐतिहासिक जीत पर सीएम विष्णुदेव साय ने कहा, इस जीत के लिए दक्षिण विधानसभा की जनता, क्षेत्र के कार्यकर्ता और पार्टी के सभी पदाधिकारियों को बधाई देता हूं, इनकी वजह से ही जीत मिली है. जनता ने बीजेपी, मोदी की गारंटी पर भरोसा जताया है. महाराष्ट्र की जीत को लेकर सीएम ने कहा, यह जीत मोदी की गारंटी की जीत है. पिछले सरकार में महाराष्ट्र में विकास कार्य हुआ, इस पर जनता ने मुहर लगाई है. मतदाताओं को बहुत-बहुत बधाई. कांग्रेस पर निशासा साधते हुए सीमए साय ने कहा, कांग्रेस में कुछ लोग ऐसे हैं, चाहे वह राहुल गांधी हो, चाहे भूपेश बघेल हो, ये लोग जहां भी जाएंगे वहां कांग्रेस का बंटाधार होना तय है.
बता दें कि रायपुर दक्षिण उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी सुनील सोनी ने रिकॉर्ड 46167 मतों से कांग्रेस प्रत्याशी आकाश शर्मा को हराया है. सीएम विष्णुदेव साय ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी सरकार ने लगातार मोदी की गारंटी को पूरा करने का काम किया है. सरकार ने 10 महीने में जो काम किया है उस पर जनता ने मुहर लगाया है. पुन: इस जीत के लिए मोदी जी को बधाई प्रेषित करता हूं.
10 महीनों के काम पर जनता ने लगाई मुहर: साय
सीएम साय ने कहा, रायपुर दक्षिण विधानसभा में श्यामबिहारी जयसवाल चुनाव प्रभारी थे. इस चुनाव में सारे मंत्री, सांसद बृजमोहन अग्रवाल, पार्टी उपाध्यक्ष शिवरतन शर्मा समेत सभी के प्रयास से भाजपा को ऐतिहासिक जीत मिली है. मैं सभी को बहुत-बहुत बधाई और धन्यवाद देता हूं. रायपुर दक्षिण के मतदाताओं को भी बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं. साय ने कहा, हमारी सरकार 10 महीनों में मोदी की गारंटी को पूरा करने का प्रयास किया है. महतारी वंदन योजना के तहत 70 लाख से ज्यादा महिलाओं को 1000 रुपए देने की बात हो या किसानों को धान का बोनस या ?3100 प्रति क्विंटल धान की कीमत देने की बात हो, रामलला दर्शन योजना की बात हो, हमारी सरकार ने 10 महीना में जो काम किए हैं उस पर रायपुर दक्षिण की जनता ने मुहर लगाई है. हमारे विधायक सुनील सोनी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं.
जनता ने मोदी पर जताया विश्वास: बृजमोहन
सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि कमल का दक्षिण कमल फूल का गढ़ है और रहेगा. कांग्रेस के सभी मुद्दों को जनता ने खारिज कर दिया है. बृजमोहन ने कहा कि काम पर जनता ने मुहर लगाई है, सभी समीक्षाएं इस बार कांग्रस के हार का करण बना है. हमारी समीक्षा जीत का कारण बना है. बीजेपी को महाराष्ट्र जैसी सफलता मिलती रहेगी. जनता ने मोदी पर विश्वास किया है.
भाजपा कार्यालय में जीत का जश्न मना
भाजपा प्रत्याशी सुनील सोनी की जीत के बाद भाजपाई बीजेपी कार्यालय में जीत का जश्न मना रहे. सीएम विष्णुदेव साय, सुनील सोनी, सांसद बृजमोहन अग्रवाल, मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल समेत तमाम बड़े नेता और बड़ी संख्या में कार्यालय भाजपा कार्यालय पहुंचे हैं और एक दूसरे का मुंह मीठा कराकर, पटाखे फोडक़र ढोल-नंगाड़े के साथ जीत का जश्न मना रहे।
मुस्लिम और ब्राह्मण वोटरों ने कांग्रेस को नकारा
रायपुर दक्षिण उपचुनाव में मुस्लिम और ब्राह्मण वोटरों ने कांग्रेस को बुरी तरह से नकार दिया। जिसका फायदा बीजेपी को मिला और सुनील सोनी ने 46082 वोटों से जीत दर्ज की। बता दें कि रायपुर दक्षिण विधानसभा उपचुनाव के नतीजे सामने आ गए परिणाम देखने के बाद कांग्रेस को आत्मचिंतन की आवश्यकता है। जब कांग्रेस की सरकार थी तब रायपुर के प्रभारी महामंत्री रविंद्र चौबे थे जो ब्राह्मण समुदाय से आते है। अभी कांग्रेस ने रायपुर दक्षिण में अपना प्रत्याशी आकाश शर्मा के रूप में दिया था। जो कि ब्राह्मण समुदाय से आते हैं परिणाम से यह सुनिश्चित हो गया कि जनता समझदार है और जातपात पात की राजनीति से ताल्लुफ़ नहीं रखती। इस परिणाम से कांग्रेस को आत्मचिंतन की ज़रूरत है। कांग्रेस अपनी पुरानी विचारधारा से भटक गई है। इसलिए यह दुष्परिणाम उनको कमोबेश पूरे देश में झेलना पड़ रहा है। इंदिरा गांधी का नारा था ना जात पे ना पात पे मुहर लगेगी हाथ पे उस विचारधारा को छोडक़र वर्तमान में नई पीढ़ी के नेता राहुल गांधी जातिवाद की राजनीति को बढ़ावा दे रहे हैं। इसलिए ऐसे परिणाम सामने आ रहे हैं। जिसके लिए कांग्रेस को पुन: एक बार आत्ममंथन की आवश्यकता है।रायपुर दक्षिण उपचुनाव के नतीजे पर नजर डाले तो जितने वोट 46082 से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी सुनील सोनी ने चुनाव जीता है उससे भी कम कांग्रेस प्रत्याशी को वोट 42977 प्राप्त हुए हैं। गौरतलब है कि आकाश शर्मा के ससुर जिनके बारे में आम कांग्रेसजन ये कहने से नहीं चूकते बस्तर में कांग्रेस के सभी आदिवासी नेताओं को राजनीति से दूर कर घर बैठा दिया । और तो और अपने शहर और वॉर्ड में पिछले 30 साल से कांग्रेस पार्टी को चुनाव जीता नहीं पाते और प्रदेश की राजनीति में पिछड़े वर्गों के नेताओं को पकडक़र हमेशा सभी बड़े आदिवासी नेताओं को निपटाने का काम किया। और तो और जहां जहां भी प्रभारी बनकर गए वहां वहां पर कांग्रेस को पूरे तरह से शिकस्त झेलनी पड़ी। आलाकमान के करीबी होने का फ़ायदा उठाते हुए रायपुर शहर की नेता गिरी को अपने अधीन करना चाह रहे थे। अब इसका परिणाम यह हुआ कि कांग्रेस चारों खाने चित हो गई और ब्राह्मण पारा से भी एक भी बूथ में लीड नहीं मिली।