शांता कुमार ने कहा- मंत्री रहते मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार की तारीफ करने के बाद देना पड़ा था इस्तीफा
हिमाचल प्रदेश के पूर्व सीएम और भाजपा के वरिष्ठ नेता शांता कुमार की पुस्तक 'निज पथ का अविचल पंथी'
जनता से रिश्ता वेबडेस्क: हिमाचल प्रदेश के पूर्व सीएम और भाजपा के वरिष्ठ नेता शांता कुमार की पुस्तक 'निज पथ का अविचल पंथी' का राजधानी के कांस्टिट्यूशन क्लब में विमोचन हुआ। इस दौरान पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ मुरली मनोहर जोशी, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल और वरिष्ठ पत्रकार प्रभु चावला मौजूद थे।
इस दौरान शांता ने परिवारवाद को देश के लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा बताया। उन्होंने राजनीति से परिवारवाद खत्म करने के लिए पीएम मोदी की तारीफ की। उन्होंने कहा कि भाजपा मेरा परिवार है। इस परिवार ने मुझे बहुत कुछ दिया है। मुझे दो बार हिमाचल प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया। केंद्रीय मंत्री बनाया। अब मुझे इससे कुछ नहीं चाहिए।कुमार ने कहा कि उन्होंने अपने पूरे जीवन में सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं किया। उनकी पोती ने उन्हें आत्मकथा लिखने के लिए प्रेरित किया। मैंने पुस्तक में वही लिखा है जिसे अपने जीवन में अपनाया और भोगा है। जैसा जीवन जीया उसे पुस्तक के रूप में समाज को समर्पित कर दिया है। उन्होंने बताया कि इस पुस्तक को लिखने में उन्होंने तेरह महीने लगाए हैं।
पुस्तक में राजनीतिक यात्राओं का जिक्र
इस पुस्तक में शांता ने अपनी राजनीतिक यात्रा से जुड़ी एक एक घटना का जिक्र किया है। पुस्तक में एक जगह उन्होंने वाजपेयी सरकार के दौरान वर्ष 2002 में केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफे का भी जिक्र किया है। पुस्तक में कहा गया है कि उन्हें मध्यप्रदेश की तत्कालीन कांग्रेस सरकार की तारीफ करने के कारण इस्तीफा देना पड़ा था।