होटल में चल रहा था सेक्स का कारोबार, पुलिस ने मारा छापा, फिर...
जांच में हुआ बड़ा खुलासा
कानपुर। होटल की आड़ में देह व्यापार चल रहा था. पुलिस ने होटल में छापा मारकर सेक्स रैकेट का खुलासा किया है. होटल के कमरे में चार युवतियों के साथ आपत्तिजनक हालत में चार युवक को गिरफ्तार किया गया है. वहीं होटल में शराब की बोतलों के अलावा कई आपत्तिजनक सामान मिले हैं.
जिस्मफरोशी का मामला कानपुर का है. फीलखाना थाना क्षेत्र के होटल रॉयल गैलेक्सी का है. बुधवार शाम तकरीबन 4 बजे एडीसीपी आकाश पटेल के नेतृत्व में पुलिस ने होटल में सूचना के आधार पर छापेमारी की. रेड के दौरान चार महिलाएं समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया है. इस होटल के मालिक अश्वनी गुप्ता उर्फ आशू हैं. उन्होंने यह होटल समरजीत को किराय पर दिया था.
समरजीत होटल में सेक्स रैकेट चला रहा था. उसके साथ एक पुरूष और महिला दलाली का काम करते थे. दोनों ही दलाल कस्टमर और सेक्स वर्कर की व्यवस्था करते थे. पकड़ी गई लड़कियां शहर की ही रहने वाली हैं. पकड़े गए दलाल और संचालिका के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.
माल रोड स्थित होटल रॉयल गैलेक्सी में बुधवार दोपहर एडीसीपी पूर्वी आकाश पटेल और उनकी स्वाट टीम ने छापा मारकर सेक्स रैकेट पकड़ा। अचानक हुई छापेमारी से अफरातफरी मच गई। पुलिस ने होटल मालिक के साथ ही तीन लड़कियां, एक ग्राहक व कर्मचारी को पकड़ा है। छापेमारी के दौरान होटल में आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद हुई है। घटना में स्थानीय पुलिस की भूमिका संदिग्ध है।
एडीसीपी पूर्वी आकाश पटेल ने सेक्स रैकेट की सूचना पर माल रोड स्थित होटल रॉयल गैलेक्सी में बुधवार दोपहर स्वाट टीम के साथ छापेमारी की, जिससे अफरातफरी मच गई और लोग भाग खड़े हुए।पुलिस ने छापेमारी के दौरान होटल मालिक अश्विनी गुप्ता उर्फ आशू, शुक्लागंज निवासी दलाल दयाशंकर तिवारी, किदवई नगर की महिला, ग्राहक जितेन्द्र कुमार व कर्मचारी रामकिशन को गिरफ्तार किया। इसके साथ ही दो अन्य लड़कियां भी मिली थी। एडीसीपी ने बताया कि होटल मालिक आशु ने इसे समरजीत सिंह को किराए पर दे रखा था, वही इस रैकेट को संचालित कर रहा था। होटल मालिक को भी इसकी पूरी जानकारी थी।
होटल में सात-आठ कमरे हैं, जिसमें दो अन्य कमरे इससे हटकर अलग बने हुए थे। यहीं पर लड़कियों को लाकर रखा जाता था। आसपास के जनपदों से भोली-भाली लड़कियों को रेलवे स्टेशन या बस अड्डे से बहाने से लाया जाता था। आरोपियों में दयाशंकर तिवारी और किदवई नगर निवासी महिला ग्राहकों को लाने का काम करते थे, जिनसे घंटे के हिसाब से पैसा लिया जाता था। घटनास्थल से 2400 रुपये और नौ मोबाइल फोन के अलावा यूपीआई से भी भुगतान लेने का पता चला, जिसकी जानकारी की जा रही है। एडीसीपी ने बताया कि होटल के लाइसेंस का पता कराकर इसे सील कराने की कार्रवाई की जाएगी।