धर्मशाला। धर्मशाला कहने तो स्मार्ट सिटी के नाम से मशहूर है…लेकिन हकीकत ब्यां करें तो यहां पर होने वाले हर कार्य पर कोई न कोई अधूरापन व बड़ी खामियां सामने आ रही हैं। बात चाहे स्मार्ट ड्रेनज की हो या फिर पानी की सप्लाई की इन समस्याओं से धर्मशाला की जनता तो कई वर्षों से लगातार जूझ ही रही है। वहीं, बात हम धर्मशाला स्मार्ट सिटी में आजकल की सीवरेज सिस्टम की करें, तो वह भी पूरी तरह से फेल होते नज़र आ रहा है। यहां आम दिनों में ही सिवरेज ब्लॉक होकर सडक़ों में बहती हुई नजर आती है। इतना ही नहीं जब भी बारिश होती है, तो शहर में जगह-जगह सीवरेज लीकेज शुरू होने लग जाती है। जिससे कि सडक़ों, रास्तों में सीवरेज की गंदगी व बदबू सरेआम देखने को मिलती है। लोगों को कहना है कि सुबह-सुबह कई जगह सडक़ों पर सीवरेज लाइन के ढक्कन व चैंबर ओवरफ्लो होकर रास्तों और सडक़ों पर सीवरेज की गंदगी बह रही होती है, जो लोगों की गाडिय़ों के टायर व पैदल चलने वाले लोगों की पांव के जरिए उनके घरों व दफ्तरों तक पहुंचती है, जिससे कि कई प्रकार की बीमारियों के फैलने का खतरा भी बना रहता है। सीवरेज पाइप लाइन के ढक्कन कई जगह नीचे की ओर जगह उखड़ रहे हंै, जो कि बारिश होने पर कूड़े कचरे से भर जाते हैं, सीवरेज लाइन कम चौड़ी होने की वजह से ब्लॉक हो जाती हैं और फिर सारी की सारी गंदगी सडक़ व रास्तों पर बिखर जाती है, जिससे काफी समस्या लोगों को सामने आती है।रामनगर निवासी सुरेश महाजन, अशोक कायस्था, संग्राम गुलेरिया व अनंत राम सहित अन्य लोगों ने बताया कि धर्मशाला शहर के रामनगर व श्यामनगर में तो सीवरेज लीकेज होना आम बात हो गई है। यहां अगर बारिश न भी हो, तब भी साफ मौसम पर भी कहीं न कहीं सीवरेज लीक होती नजर आ जाएगी। यही हाल सिविल बाजार, सिविल लाइन व कचहरी अड्डा और अन्य क्षेत्रों का है। धर्मशाला के डिपो बाजार की बात करें तो डिपो बाजार निवासी भगत राम, शशि, सन्नी व अन्य लोगों ने बताया कि जब भी धर्मशाला में बारिश होती है, तो कोतवाली बाजार से लेकर नीचे तक सारी की सारी सीवरेज की गंदगी उनकी तरफ डिपो बाजार की ओर आती है, जिससे कि यहां पर बदबू फैलती है, ओर बरसात होने की बजह से कई प्रकार की बिमारियां फैलने का खतरा बना रहता है। लोगों का कहना है कि प्रशासनिक अधिकारी व विभागीय अधिकारी शहर में हो रहे इन कार्यांे के प्रति गंभीरता दिखाएं तो शहर में हो रहे कामों की स्थिति में सुधार होगा। धंस रहे हैं या फिर कई