दुमका: दुमका के एसपी कॉलेज के आदिवासी कल्याण छात्रावास संख्या-5 में सीनियर छात्रों ने 40 जूनियर छात्रों के साथ रैगिंग किया। सभी जूनियर छात्र स्नातक के अलग-अलग सेमेस्टर के छात्र हैं। जूनियर छात्रों ने शुक्रवार को दुमका टाउन थाना पहुंच कर सीनियर छात्रों के विरुद्ध लिखित शिकायत दर्ज कराई। जूनियर छात्रों का कहना है कि 23 जून की रात करीब एक बजे सीनियर छात्रों ने जूनियर छात्रों को कमरा संख्या 101 में बुलाया।
आरोप है कि चार-चार की संख्या में जूनियर छात्रों को कमरा में अंदर बुला कर उनके कपड़े उतरवा कर बेरहमी से पिटाई की। पिटाई के वक्त लाइट ऑफ कर दिया जाता था। यह सिलसिला रात एक बजे से तड़के करीब 3 बजे तक चला। शुक्रवार को दुमका टाउन थाना पहुंचे जूनियर छात्रों में कई छात्रों ने अपनी शर्ट खोल कर पुलिस को बर्बरतापूर्वक की गई पिटाई से अपने बदन पर उभरे निशान को दिखाया।
एसपी कॉलेज के आदिवासी कल्याण छात्रावास के जूनियर छात्रों ने थाना प्रभारी को अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा कि सीनियर छात्र नशे में थे और हमलोगों को कमरे में बुला-बुला कर लगातार पीट रहे थे। दुमका नगर थाना में जूनियर छात्रों ने हॉस्टल के छात्र नायक सहित 27 सीनियर छात्रों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दिया। पीड़ित छात्रों का कहना है कि हमारी पिटाई करने वाले कुछ ऐसे भी छात्र हैं जिनकी पढ़ाई वर्षों पहले खत्म हो गई है लेकिन वे अभी भी हॉस्टल में कब्जा जमाए हुए हैं। थाना प्रभारी ने जांच कर कार्रवाई का आश्वासन छात्रों को दिया।
एसपी कॉलेज के आदिवासी कल्याण छात्रावास नंबर 5 में सीनियर छात्रों द्वारा जूनियर छात्रों की रैगिंग मामले में पीड़ित जूनियर छात्रों ने बताया कि सीनियर छात्र हमलोगों को पीटने के दौरान बार-बार यह कह रहे थे कि तुमलोग हमें डोबो जोहार (अभिवादन) नहीं करते हो। अनुशासन में नहीं रहते हो। रैगिंग के शिकार छात्र स्नातक की पढ़ाई करते हैं। छात्रों ने बताया कि सीनियर छात्रों को इस बात की भी शिकायत थी कि हमलोगों ने उन्हें पोल्ट्री मुर्गा नहीं खिलाया।
एक जूनियर छात्र ने बताया कि सीनियर कह रहे थे कि 'तुम लोगों ने फुटबॉल मैच में जो पोल्ट्री मुर्गा जीता था वह खुद खा लिए हमें नहीं खिलाया। तुमलोग बिल्कुल अनुशासन भूल गए हो। बता दें कि 23 जून की रात इस हॉस्टल में 40 जूनियर छात्रों को 4-4 की संख्या में एक कमरे में बुलाकर कपड़े उतरवा कर सीनियर छात्रों ने बेरहमी से पीटा जिसकी शिकायत दुमका नगर थाना में की गई है।
एक पीड़ित छात्र ने बताया कि रात एक बजे जब हमलोगों को सीनियर छात्रों ने हॉस्टल के कमरा नंबर 101 में बुलवाया तो यह समझ में नहीं आया कि इतनी रात क्यों बुला रहे हैं। उस छात्र ने बताया कि जब वह अपने अन्य तीन साथियों के साथ अंदर कमरे में गया तो अचानक लाइट बंद कर दी गई और साउथ की एक्शन फिल्मों की तरह ताबड़तोड़ हमारी पिटाई शुरु कर दी गई। कभी लाइट जलाते और पीटने के समय लाइट ऑफ कर देते थे। वे नशे में थे और फिल्मी स्टाइल में पीट रहे थे।
दुमका टाउन के थाना प्रभारी नीतीश कुमार ने कहा, 'हॉस्टल के जूनियर छात्रों ने छात्र नायक सहित 27 सीनियर छात्रों के खिलाफ रैगिंग करने की शिकायत करते हुए हमें आवेदन दिया है। हमने अपने अधिकारियों को इसकी सूचना दे दी है। जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।'