भाजपा के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री सी. एम. उदासी का निधन
भाजपा के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री सी. एम. उदासी का निधन
बीजेपी (BJP) के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री सी. एम. उदासी का मंगलवार को यहां के एक निजी अस्पताल में उम्र संबंधी बीमारियों के कारण निधन हो गया. यह जानकारी उनके नजदीकी सूत्रों ने दी. वह 85 वर्ष के थे और उनके परिवार में पत्नी, बेटा शिवकुमार उदासी और एक बेटी हैं. शिवकुमार हावेरी-गडाग क्षेत्र से बीजेपी के सांसद हैं. उनका अंतिम संस्कार बुधवार को हंगल में किया जाएगा. हावेरी जिले के इस विधानसभा क्षेत्र से वह विधायक थे.
उदासी 1983 में हंगल से निर्दलीय विधायक चुने गए और छह बार इस विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया. वह 1985 में जनता पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर हंगल से जीते और फिर 1994 में जनता दल के टिकट पर इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया. साल 1999 में जब जनता दल का विघटन हो गया तो पहले वह जद (यू) में शामिल हुए और फिर बीजेपी में शामिल हो गए. उदासी ने 2004 और 2008 के चुनावों में बीजेपी के टिकट से जीत दर्ज की. बी. एस. येदियुरप्पा ने जब बीजेपी छोड़कर के जेपी का गठन किया तो वह उनके साथ चले गए लेकिन 2013 के चुनावों में हार गए.
2018 के विधानसभा चुनावों में दर्ज की थी जीत
इसके बाद येदियुरप्पा के साथ ही वह बीजेपी में लौट आए और 2018 के विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज की. उदासी जद (एस)- बीजेपी गठबंधन की सरकार में 2006 में ग्रामीण विकास मंत्री रहे और फिर 2008 में मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा की सरकार में लोक निर्माण मंत्री रहे. राज्य सरकार ने उदासी का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ कोविड-19 दिशानिर्देशों का पालन करते हुए करने का आदेश दिया है.