स्वयं सहायता समूह की महिलाएं तैयार कर रही हैं राखियां, बाजार में बढ़ी मांग
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प्रतापगढ़। प्रतापगढ़ छोटीसादडी और प्रतापगढ़ ब्लाक की स्व-सहायता समूह की महिलाएं ने बडौदा आर-सेटी प्रतापगढ़ से प्रशिक्षण प्राप्त कर रक्षाबंधन के त्योहार को देखते हुए भाइयों के लिए सुंदर-सुंदर स्वदेशी राखी अपने हाथों से तैयार कर रही हैं। महिलाएं राखी को सजाने के लिए धान, चावल, मोती, ऊन, मौली धागा, मोती, सुंदर कांच के सामान के साथ और आकर्षक चीजों को भी राखी बनाने में उपयोग कर रही हैं। बरखेडा गांव से बानेश्वरी और कुब्रेश्वर स्व. सहायता समूह और छोटीसादडी तहसील के करजू गाँव की कई महिलाएं राखियां तैयार कर रही हैं। महिलाओं को बाजार से अच्छा खासा लाभ भी मिल रहा है। वर्तमान में राखी का त्योहार आने वाला है और बाजारों में राखी की ज्यादा मांग रहती है।
समूह की सचिव मधु रेगर ने बताया कि समूह में जुड़ने से उन्हें कही योजना का लाभ मिलता रहता है। राजीविका के माध्यम से उन्हें बडौदा स्वरोजगार विकास संस्थान के निशुल्क प्रशिक्षण के बारे में पता चला प्रशिक्षण लेने के बाद महिलाओं ने बाजार से कच्चा मटेरियल सस्ते दाम में खरीद कर राखी बनाने का काम शुरू किया। कुब्रेश्वर समुह से माया कुंवर ने बताया की इससे हमे एकजुटता से काम करने का अवसर भी मिला है। यह राखियां जिले के मार्केट में उपलब्ध है। बडौदा आर सेटी से निदेशक ने बताया की रक्षाबंधन जैसे पर्व पर बाजार में चीनी राखियों का ढेर रहता है,जो इस बार शायद ही देखने को मिले। कोरोना संक्रमण के मामलों के साथ ही लोगों के मन में चीन के प्रति काफी आक्रोश है। व्यापारियों का भी चीनी उत्पाद से मोहभंग हो रहा है। ऐसे में स्वं सहायता समुह की महिलाये द्वारा स्वनिर्मित राखियों की खरीदारी से जहां एक ओर मेक इन इंडिया को बल मिलेगा, वहीं जरूरतमंद महिलाओं की भी जरूरतें पूरी हो सकेंगी।