टीचर से डिलीवरी बॉय बने शख्स को देखकर पसीजा लोगों का दिल, पैसों की कर दी बारिश

Update: 2022-04-12 06:03 GMT

अप्रैल में पड़ने वाली जबरदस्त गर्मी (Heatwave) ने लोगों की हालत खराब कर रखी है. मई-जून के बारे में सोचकर ही पसीने छूट रहे हैं. कई शहरों में पारा 40 डिग्री (Temperature) के पार पहुंच गया है. अब जरा उन मजदूरों, फूड डिलीवरी बॉय (Food Delivery Boy) और बाकी कामगारों के बारे में सोचिए, जो धूप के थपेड़ों को सहते हुए भी अपने काम को अंजाम देते हैं. ऐसी ही चिलचिलाती गर्मी में एक फूड डिलीवरी बॉय का कारनामा सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. दरअसल, 42 डिग्री तापमाप में साइकिल से समय के भीतर डिलीवरी बॉय ने कोल्डड्रिंक पहुंचा दी. ये देखकर ऑडर करने वाले का भी दिल पसीज गया. इसके बाद क्राउड फंडिंग का दौर शुरू हुआ. आलम ये है कि देखते ही देखते इंटरनेट की जनता ने डिलीवरी बॉय पर अपना ढेर सारा प्यार लुटा दिया. पैसों की इत्ती बारिश हुई कि अब उससे डिलीवरी बॉय के लिए बाइक खरीदी जाएगी.

ये मामला राजस्थान के भीलवाड़ा का है. 11 अप्रैल को आदित्य शर्मा नाम के एक शख्स ने डिलीवरी बॉय को लेकर एक ट्वीट किया, जो वायरल हो गया है. आदित्य शर्मा ने अपनी पोस्ट में लिखा है, 'आज मेरा ऑर्डर टाइम पर डिलीवर हुआ. चौंकाने वाली बात ये है कि डिलीवरी बॉय साइकिल से आया था.' उन्होंने आगे लिखा है, 'मेरे शहर का तापमान 42 डिग्री है, लेकिन इसके बाद भी मेरा ऑर्डर मुझे समय पर मिल गया.' चिलचिलाती गर्मी में भी साइकिल से समय पर ऑर्डर मिलने के बाद आदित्या का दिल पसीज गया. इसके बाद उन्होंने डिलीवरी बॉय की मदद करने की सोची.

आदित्य ने एक के बाद एक ट्वीट कर डिलीवरी बॉय की कहानी शेयर की है, जो वायरल हो गई है. वायरल ट्वीट के मुताबिक, डिलीवरी बॉय का नाम दुर्गा शंकर मीणा है, जो बी.कॉम तक पढ़े हैं. वे 12 साल से प्राइवेट स्कूल में इंग्लिश के टीचर थे. लेकिन कोरोनाकाल में उनकी नौकरी चली गई. ऐसे में घर का खर्च चलाने के लिए वे जोमैटो में डिलीवरी बॉय बन गए. दुर्गा शंकर ने बताया कि वे महीने में 10 हजार तक कमा लेते हैं. बतौर डिलीवरी बॉय वे पिछले चार महीने से काम कर रहे हैं.

चूंकि, इतने से घर का खर्च चल नहीं पाता है इसलिए दुर्गा शंकर बच्चों को ऑनलाइन ट्यूशन भी देते हैं. इसके लिए उन्होंने लोन लेकर एक लैपटॉप खरीदा है, जिसकी किश्त वे अपनी सैलरी से चुकाते हैं. इसके अलावा वे हर महीने कुछ पैसे भी बचा रहे हैं, जिससे वे एक बाइक खरीद सकें. दुर्गा शंकर का कहना है, दिन में 10 से 12 डिलीवरी हो जाती है. अगर बाइक मिल जाए, तो उनका काम थोड़ा आसान हो जाएगा.

इसके बाद आदित्य ने डिलीवरी बॉय की मदद करने के लिए क्राउडफंडिंग का सहारा लिया. उन्होंने दुर्गा शंकर की यूपीआई आईडी शेयर की है, ताकि पैसा सीधे उनके खाते में पहुंचे. आदित्य बताते हैं कि उन्होंने 75 हजार जुटाने का लक्ष्य रखा था. लेकिन इंटरनेट की जनता ने इतना प्यार बरसाया कि तीन घंटे में ही लगभग डेढ़ लाख रुपए जमा हो गए. कपिल मुकुंद बोरवानी नाम के बंदे ने सबसे ज्यादा 10 हजार रुपए की मदद की थी. आदित्य के मुताबिक, विदेशों से भी लोगों ने मदद की है. वे अब इन पैसों से दुर्गा शंकर को उसकी पसंद की बाइक दिलाएंगे. साथ ही पूरे घटनाक्रम को कैमरे पर रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर शेयर भी करेंगे.


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